प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को महाराष्ट्र और गुजरात के कई इलाकों में 23 जगहों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई मालेगांव के व्यापारी सिराज अहमद हारुन मेमन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस के तहत की गई है। ED का दावा है कि इस व्यापारी ने फर्जी KYC के जरिए कई लोगों के बैंक खाते खुलवाए और उनमें 125 करोड़ रुपए से ज्यादा की लेन-देन की। ये अकाउंट चुनावी फंडिंग और वोट जिहाद जैसे कार्यों के लिए उपयोग किए गए हैं, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया को नुकसान पहुंचा सकता है।
170 बैंक शाखाएं जांच के घेरे में
इस मामले में महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के 170 से अधिक बैंक शाखाओं में जांच की जा रही है। इन खातों के जरिए 2,500 से अधिक संदिग्ध लेन-देन किए गए हैं। इन खातों का इस्तेमाल चुनावी फंडिंग और वोट जिहाद के उद्देश्य से किए जाने का आरोप है। ED के अनुसार, नकली KYC के जरिए इन खातों को खुलवाकर बैंकिंग प्रणाली का गलत तरीके से दुरुपयोग किया गया।
कैसे हुआ फर्जी खातों का खुलासा?
मुख्य आरोपी ने नासिक मर्चेंट कोऑपरेटिव बैंक में खाते खोलने के लिए दर्जनों लोगों के KYC दस्तावेजों का उपयोग किया। उसने लोगों को झांसा दिया कि वह मकई के व्यापार के लिए किसानों से पैसे लेने की योजना बना रहा है। इसके बाद उसने अपने दोस्तों के KYC दस्तावेजों से अन्य बैंक अकाउंट भी खुलवाए। सितंबर-अक्टूबर के बीच ये खाते विभिन्न राज्यों में खोले गए, जिनमें सैकड़ों संदिग्ध ट्रांजेक्शन किए गए हैं।
100 करोड़ से ज्यादा की डेबिट-क्रेडिट एंट्रीज मिली
जांच के दौरान ED को इन खातों में 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की डेबिट-क्रेडिट एंट्रीज मिली हैं। इस प्रक्रिया में ED ने हवाला ऑपरेटरों की भूमिका की भी जांच शुरू की है। इनमें सिराज अहमद और नईम खान का नाम सामने आया है। मुंबई और अहमदाबाद के दो बैंक खातों के बीच लगभग 50 करोड़ रुपए की रकम ट्रांसफर की गई है, जिसे संदिग्ध माना जा रहा है।
BJP नेता का आरोप, वोट जिहाद के लिए 125 करोड़ का हवाला
BJP के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने आरोप लगाया कि इस हेराफेरी के जरिए लगभग 125 करोड़ रुपए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में वोट जिहाद के लिए भेजे गए हैं। उनका कहना है कि मालेगांव में इस प्रकार के अवैध कार्यों को बड़े पैमाने पर अंजाम दिया जा रहा है, और यह रकम चुनावों को प्रभावित करने के लिए उपयोग की जा सकती है। उन्होंने जांच एजेंसियों से इस मामले की सख्त जांच की मांग की है।
ED की जांच में हुए कई खुलासे
ED ने इस मामले में कई जगहों पर तलाशी लेते हुए कई अहम दस्तावेज जब्त किए हैं। इनमें महाराष्ट्र के मालेगांव, नासिक और मुंबई के साथ गुजरात के अहमदाबाद और सूरत भी शामिल हैं। यह छापेमारी ED की मनी लॉन्ड्रिंग पर शिकंजा कसने की दिशा में बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। चुनावी फंडिंग और वोट जिहाद जैसे आरोपों को लेकर यह जांच बिहार विधानसभा चुनाव के करीब होने से और भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।