बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद लालू परिवार का झगड़ा एक बार फिर सड़क पर आ गया है। उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने संजय यादव और रमीज पर गंभीर आरोप लगाते हुए राजनीति और परिवार छोड़ने का ऐलान कर दिया। वहीं अब उन्होंने परिवार की कलह की पूरी कहानी सोशल मीडिया पोस्ट में बयां कर दी है।
रोहिणी आचार्य ने रविवार को सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया। उन्होंने कहा, ‘कल एक बेटी, एक बहन , एक शादीशुदा महिला , एक माँ को जलील किया गया , गंदी गालियाँ दी गयीं , मारने के लिए चप्पल उठाया गया , मैंने अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया, सच का समर्पण नहीं किया , सिर्फ और सिर्फ इस वजह से मुझे बेइज्जती झेलनी पडी ..’
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘कल एक बेटी मजबूरी में अपने रोते हुए माँ – बाप बहनों को छोड़ आयी , मुझसे मेरा मायका छुड़वाया गया.. मुझे अनाथ बना दिया गया ….आप सब मेरे रास्ते कभी ना चलें , किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी – बहन पैदा ना हो।’
बता दें कि जब लालू प्रसाद यादव गंभीर रूप से बीमार थे तब रोहिणी आचार्य ने ही किडनी डोनेट करके उनकी जान बचाई थी। आचार्य सिंगापुर में रहती हैं और पिछले लोकसभा चुनाव में सारण सीट पर चुनाव लड़ी थीं,जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार राजीव प्रताप रुड़ी के हाथों उन्हें हार मिली थी। रोहिणी आचार्य ने शनिवार को एक चौंकाने वाले सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था, “मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं। संजय यादव और रमीज़ ने मुझसे यही करने को कहा था। मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूँ।”
इसी साल 25 मई को लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को एक महिला को लेकर उठे विवाद के बाद पार्टी और परिवार दोनों से निकाल दिया था। इस कार्रवाई के लिए तेज प्रताप ने अपने छोटे भाई राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के करीबी संजय यादव को ज़िम्मेदार ठहराया था। बाद में तेज प्रताप यादव ने अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल बनाई और चुनाव लड़ा, हालांकि महुआ विधानसभा क्षेत्र से लगभग 50 हजार वोटों से हार गए, वहीं महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी प्रसाद यादव कड़े मुकाबले के बाद अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे।
गौरतलब है कि काफी समय से लालू परिवार में राजद सांसद संजय यादव के प्रभाव को लेकर तनाव देखने को मिलता रहा है। पिछले दिनों तेज प्रताप यादव ने भी परिवार के भीतर मतभेदों के लिए श्री यादव को ज़िम्मेदार ठहराया था। आचार्य आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की सात बेटियों और दो बेटों में दूसरे नंबर पर हैं। उन्होंने जमशेदपुर के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की है। इस घोषणा से कुछ महीने पहले भी उन्होंने नाराज हो कर सोशल मीडिया पर पार्टी और परिवार के सभी सदस्यों को अनफॉलो कर दिया था।





