इंदौर, 30 अप्रैल 2025। आज सुबह इंदौर के वरिष्ठ पर्यावरण रक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने नगर आयुक्त श्री शिवम वर्मा से मुलाकात कर पोलो ग्राउंड क्षेत्र में प्रस्तावित 12.88 हेक्टेयर हरित भूमि को एक “नेचर पार्क” के रूप में विकसित करने की जोरदार अनुशंसा की।
इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व प्रतिष्ठित पर्यावरणविद् डॉ. (श्रीमती) जनक पलटा मगिलिगन कर रही थीं। उनके साथ पद्मश्री भालू मोंढे, अम्बरीश केला, दिलीप वाघेला, प्रो. ओ.पी. जोशी, मुकेश वर्मा सहित कई पर्यावरण संरक्षक शामिल थे।
प्रकृति संरक्षण को प्राथमिकता
समूह ने नगर आयुक्त से आग्रह किया कि यह क्षेत्र केवल हरियाली और जैव विविधता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संरक्षित किया जाए।
“नेचर पार्क” में मियावाकी पद्धति से वृक्षारोपण कर पुराने प्राकृतिक जंगल के अस्तित्व को संरक्षित किया जा सकता है। प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि इस हरित क्षेत्र को सार्वजनिक पार्क या पर्यटन स्थल बनाने से पर्यावरणीय संतुलन पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।
जनक दीदी की विशेष अपील
जनक दीदी ने नगर आयुक्त से विशेष रूप से अनुरोध किया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि इस हरित क्षेत्र का कोई व्यावसायिक या पर्यटनात्मक दोहन न हो। उन्होंने कहा कि इंदौर जैसे तेजी से बढ़ते शहर को प्राकृतिक शांति और जैव विविधता की सख्त आवश्यकता है।
नगर आयुक्त की सकारात्मक प्रतिक्रिया
नगर आयुक्त श्री शिवम वर्मा ने पर्यावरण रक्षकों की मांग को बहुत सकारात्मक और आवश्यक बताते हुए भरोसा दिलाया कि:
“हम इस हरित क्षेत्र को पर्यावरण रक्षकों की सहभागिता से ही विकसित करेंगे। जल्दी ही इस विषय पर सभी हितधारकों के साथ परामर्श बैठक आयोजित की जाएगी।”
इंदौर जैसे स्मार्ट सिटी की पहचान अब सिर्फ विकास से नहीं, बल्कि संतुलित पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी तय की जाएगी। पोलो ग्राउंड जैसे स्थान को “नेचर पार्क” के रूप में संरक्षित करना, न केवल पर्यावरणीय संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक अमूल्य प्राकृतिक धरोहर भी बन सकता है।
