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February 22, 2025 11:09 am

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सीएम योगी ने कहा- क्या देश को कठमुल्लापन……’यूपी विधानसभा में छिड़ी उर्दू और अंग्रेजी पर करारी बहस……

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CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज यूपी की स्थानीय बोली को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच जबरदस्त बहस देखने को मिली. नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने फ्लोर लैंग्वेज में अंग्रेजी की जगह उर्दू भाषा करने की मांग की और अंग्रेजी को जबरदस्ती थोपने का आरोप लगाया. जिस पर सीएम योगी भड़क गए. उन्होंने सदन में सपा पर ज़ोरदार वार किया और इसे सपा का दोहरा चरित्र बताया. उन्होंने कहा कि विपक्ष हर अच्छे काम का विरोध करता है. ये अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम में पढ़ाते हैं और दूसरे के बच्चों के लिए उर्दू की वकालत करते हैं.

सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी भोजपुरी, बुंदेलखंडी और अवधी का विरोध क्यों कर रही है. यहीं सपा का ढोंग हैं. सपा के लोग दोहरे चरित्र वाले हैं. यह बड़ी विचित्र बात है समाजवादी पार्टी वाले उर्दू की वकालत कर रहे हैं. समाजवादियों का चरित्र इतना दोहरा हो चुका है कि यह अपने बच्चों को तो इंग्लिश मीडियम स्कूलों में भेजेंगे लेकिन आपके बच्चों को पढ़ाना नहीं चाहते. आपके बच्चे उर्दू पढ़ें ये उनको मौलवी बनाना चाहते हैं. सपा के नेता क्या देश को कठमुल्लापन की और ले जाना चाहते हैं यह नहीं चलने वाला है.

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विधानसभा में बरसे सीएम योगी

सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी हर अच्छे कार्य का विरोध करती है यह इनका चरित्र और ढोंग है. ये लोग उर्दू की वकालत करते हैं लेकिन हिन्दी की लोकल भाषाओं का विरोध करते हैं. हर अच्छे काम का आप विरोध करेंगे. यहीं आपका ढोंग है. इस प्रकार के विरोध की निंदा होनी चाहिए. उन्होंने कहा- ‘जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूर्त देखि तीन तैसी’ इसीलिए आपने कल अवधी भोजपुरी बुंदेली भाषा का विरोध किया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अभिनन्दन करते है कि इन बोलियों को सम्मान मिले, इसके लिये हमने अकादमियों का गठन किया, आज दुनिया मे भारत के प्रवासी जो मॉरीशस फिजी में रह रहे हैं यही अवधी भाषाई लोग हैं. यूपी की इन बोलियों को सदन की प्रोसिडिंग में होना चाहिए.

इस पर नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने कहा कि उर्दू भी यूपी की बोली है. बड़ी संख्या में लोग इस भाषा को बोलते हैं. हम चाहते हैं कि उर्दू को भी इसमें शामिल हैं. गांवों में आज कितने लोग है जो अंग्रेजी में बोलते हैं. मैं केवल और केवल अंग्रेजी का विरोध कर रहा हूं. ये हम पर थोपा जा रहा है.

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