सिर पर बंधा संकल्प का मुरेठा (पगड़ी) उतारने के उद्देश्य से उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी मंगलवार को दल-बल के साथ पटना से अयोध्या धाम के लिए निकले। प्रस्थान करते हुए उन्होंने कहा कि जंगल-राज व अराजकतावादियों को सत्ता से हटाने का संकल्प लेते हुए सिर पर मुरेठा बांधा था।
28 जनवरी, 2024 को उस संकल्प की सिद्धि हो गई। उसके बाद उन्होंने सरस सलिला सरयू के पवित्र जल में स्नान कर प्रभु श्रीराम के चरणों में मुरेठा अर्पित करने व केशदान की घोषणा की थी।
मुरेठा उतारा और मुंडन कराया
बुधवार को अयोध्या में वे संकल्प सिद्धि का प्रतिदान किया। उन्होंने मुरेठा उतारने के साथ मुंडन भी कराया। मुंडन के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने सरयू नदी में डुबकी लगाई। पिछले 22 महीनों से जो पगड़ी मैंने पहनी थी, उसे मैं भगवान राम के चरणों में समर्पित करूंगा।
सम्राट भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। उनके दल-बल में अनेक मंत्रियों, विधायकों, पार्टी पदाधिकारियों, नेताओं व कार्यकर्ताओं के लगभग ढाई सौ वाहन हैं।
विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष रहते हुए सम्राट ने तत्कालीन महागठबंधन सरकार के मुखिया को पद से हटाने का संकल्प लिया था। उन्होंने कहा कि उनका संकल्प केवल सत्ता के मुखिया को कुर्सी से हटाना नहीं, बल्कि बिहार को जंगल-राज वाले लुटेरों से भी मुक्ति दिलाना था।
सरकार बनाकर उनका संकल्प पूरा हो गया- सम्राट
28 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जंगल-राज के प्रतीक महागठबंधन से अलग और मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया था। उसी दिन नीतीश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का सरकार बनाकर उनका संकल्प पूरा हो गया। अब वे नीतीश कुमार के सहयोगी हैं और बिहार में सुशासन व विकास को समर्पित सरकार चल रही है। अब भ्रष्टाचारियों, लुटेरों, माफियाओं व परिवारवादियों के लिए कोई स्थान नहीं।