भगवानपुर थाना क्षेत्र के एक गांव से नाबालिग छात्रा को अपहृत कर मुंगेर ले जाने व मुंगेर में 26 दिनों तक सामूहिक दुष्कर्म का मामला उस समय प्रकाश में आया, जब शुक्रवार की सुबह पीड़िता दुष्कर्मियों के चंगुल से भाग कर आटो से बेगूसराय बस पड़ाव पहुंच गई।
इसी क्रम में पीड़िता ने डायल 112 पर फोन कर मदद मांगी, इसके बाद डायल 112 के चालक अभिनंदन कुमार समेत अन्य पुलिसकर्मियों ने उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया है। मामले की जानकारी मिलते ही महिला थानाध्यक्ष शिल्पी कुमारी ने सदर अस्पताल पहुंंच जहां पीड़िता की आपबीती सुनी है वहीं पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपितों की पहचान की जा रही है।
ऐसे दिया घटना को अंजाम
मिली जानकारी के अनुसार भगवानपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली नाबालिग छात्रा के माता-पिता गांव से बाहर रहते हैं। मां खगड़िया में काम कर गुजारा कर रही है वहीं पिता पटना में कामगार हैं। छात्रा गांव में अपनी दादी के साथ रहती है।
इसी क्रम में वह गांव के ही एक युवक के प्रेम जाल में फंस गई। प्रेमी बीते 27 जनवरी को ही उसे बहला फुसला कर मुंगेर ले गया और अपने दोस्तों के साथ सामूहिक दुष्कर्म करता रहा। इधर माता व पिता में एकमत नहीं होने के कारण भगवानपुर थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी नहीं कराई गई है। दुष्कर्मियों द्वारा पीड़िता को लगातार नशे की दवा खिलाई गई और हवस का शिकार बनाया जाता रहा।
पुलिस के आते ही भाग निकले सभी आरोपी
Begusarai News: सदर अस्पताल में इलाजरत पीड़िता बताती है कि मुंगेर से भागने के बाद दुष्कर्मी दो चारपहिया वाहन से पीछा करते हुए बेगूसराय तक पहुंच गए लेकिन पुलिस के आने के बाद सभी भाग निकले हैं। चिंता जनक हालत में पीड़िता को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बस पड़ाव से सदर अस्पताल लाए जाने के क्रम में पीड़िता अस्पताल परिसर में बार-बार बेहोश होकर गिरती रही। चिंता जनक हालत में पीड़िता सदर अस्पताल में इलाजरत है। पीड़िता ने दुष्कर्मियों की संख्या छह बताई है, पुलिस तलाश में लगी है।