अफ्रीकी देश घाना के नुंगुआ में शहर में हुई एक शादी की तस्वीरें दुनिया का ध्यान खींच रही हैं। यहां 63 साल के एक धर्मगुरू ने 12 साल की लड़की से शादी की है। धर्मगुरू के 49 साल छोटी लड़की से शादी का ये समारोह शनिवार 30 मार्च को नुंगुआ में हुआ। 63 की उम्र में दूल्हे बने शख्स का नाम नुउमो बोरकेटे लावेह त्सुरु है। वुलोमो ने ओक्रोमो नाम की 12 साल की बच्ची से शादी की है। इस शादी में काफी संख्या में मेहमान भी शामिल हुए और सभी रस्मों को अंजाम दिया गया।
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शादी समारोह में एक एक मेहमान ने बताया कि ये विवाह एक लंबे समय से चले आ रहे रिवाज के वजह से हुआ है। क्षेत्र मे प्रचलित इस रिवाज में धर्मगुरू एक कुंवारी लड़की से शादी करता है। धर्मगुरू ने इस लड़की को अब से छह साल पहले यानी उसे तब चुना था जब वह सिर्फ छह साल की थी। लड़की अब शुद्धिकरण पर केंद्रित कई दूसरे पारंपरिक समारोह में भाग लेगी। इस मेहमान ने ये भी बताया कि इस समय नांगुआ में नौ साल से अधिक उम्र की कोई कुंवारी लड़की नहीं है।
‘लड़कियों की सुरक्षा के लिए ये जरूरी’
इस खास शादी के बाद लड़की के शुद्धिकरण की परंपरा होगी। ऐसा माना जाता है कि यह अनुष्ठान उसे नुउमो बोरकेटे लावेह की पत्नी के रूप में अपनी प्रत्याशित जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए सशक्त बनाता है, जिसमें बच्चे पैदा करना भी शामिल है। ग्रेटर अकरा क्षेत्र के नुंगुआ में तीर्थस्थल गबोरबू वुलोमो ने शादी का बचाव करते हुए कहा कि वह अभी भी स्कूल में है, वह धर्मगुरू के साथ नहीं रहती है। हमने अन्य पुरुषों से बचाने के लिए लड़की की पारंपरिक शादी की है।
घाना में स्टार एफएम ने बताया कि यह समारोह यह सुनिश्चित करने के लिए जरूरी था कि कोई पुरुष उस पर यौन दाग ना लगाए। धर्मगुरू ने विवाह की एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक प्रासंगिकता कही है। उन्होंने कहा कि ये लड़की एक पुनर्जन्म वाली महिला है जो 300 साल पहले जीवित थी और यह सुनिश्चित करने के लिए वापस लौटी है कि देवताओं में से एक के पवित्र अनुष्ठान जो वर्षों से नहीं किए गए हैं, वो किए जाएं। स्टार एफएम की रिपोर्ट के अनुसार, धर्मगुरू को बच्चे के साथ यौन संबंध बनाने के लिए उसके परिपक्व होने या शादी और बच्चे को जन्म देने की कानूनी उम्र तक पहुंचने तक इंतजार करना होगा।