अगले महीने टोक्यो में होने वाली एथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप में लगभग 15 भारतीय खिलाड़ियों के भाग लेने की संभावना है जबकि हंगरी में 2023 विश्व चैंपियनशिप में देश के 28 खिलाड़ियों ने भाग लिया था। बुडापेस्ट में 2023 में हुए विश्व चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में स्वर्ण जीता था। देश के रिले दौड़ के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीद नहीं होने के कारण, विश्व चैंपियनशिप में भाग लेने वाले भारतीयों की संख्या में कमी आई है।
भारत ने 2023 में पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले के लिए सात धावक नामित किए थे और चौकड़ी ने तत्कालीन एशियाई रिकॉर्ड कायम किया था। इस चौकड़ी ने पांचवां स्थान हासिल किया था। पिछले सत्र की तरह तोक्यो में भी पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में कम से कम तीन भारतीयों के प्रतिस्पर्धा करने की संभावना है।
रविवार को चेन्नई में राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले रोहित यादव अगर विश्व रैंकिंग कोटा में आगे बढ़ते हैं तो यह संख्या बढ़कर चार हो सकती है। चोपड़ा को गत चैंपियन होने के नाते वाइल्ड कार्ड मिल चुका है, रविवार को विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफिकेशन की अंतिम तिथि के अनुसार सचिन यादव और यशवीर सिंह 36 एथलीटों की सूची में हैं। चोपड़ा ने 85.50 मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन मार्क भी पार कर लिया था।
विश्व एथलेटिक्स की ‘रोड टू तोक्यो’ सूची 27 अगस्त को आयेगी, तब स्थिति और साफ हो जाएगी। विश्व एथलेटिक्स द्वारा प्रत्येक स्पर्धा के लिए पहले से निर्धारित संख्या को पूरा करने के बाद बाकी बची हुई जगहें विश्व रैंकिंग कोटा के माध्यम से दी जाएंगी।
नीरज चोपड़ा के अलावा केवल पारुल चौधरी (महिला 3000 मीटर स्टीपलचेज), गुलवीर सिंह (पुरुष 5,000 मीटर) और प्रवीण चित्रवेल (पुरुषों की त्रिकूद) ने स्वत: क्वालीफिकेशन मार्क पार किया है। क्वालीफिकेशन हासिल करने वाले अविनाश साबले चोट और उसके बाद की सर्जरी के कारण बाहर हो गए हैं।
विश्व रैंकिंग कोटा के माध्यम से दावेदारी में शामिल भारतीय खिलाड़ियों में अन्नू रानी (महिला भाला फेंक), प्रियंका गोस्वामी (महिला 35 किमी रेस वॉक), अनिमेष कुजुर (पुरुष 200 मीटर), अब्दुल्ला अबूबकर (पुरुष त्रिकूद), सेर्विन सेबेस्टियन और अक्षदीप सिंह (दोनों पुरुष 20 किमी रेस वॉक), राम बाबू (पुरुष 35 किमी रेस वॉक), सचिन, यशवीर और रोहित (सभी पुरुष भाला फेंक) के नाम शामिल है।
