प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आयुष्मान योजना के नए चरण आयुष्मान भारत “निरामयम (जिसे रोग न हो)” की शुरुआत की है. पीएम मोदी ने दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (AIIA) में आयोजित एक कार्यक्रम में करीब 12,850 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया. अब 70 वर्ष और उससे अधिक आयु वाले सभी बुजुर्गों का प्रमुख स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत के तहत मुफ्त इलाज हो सकेगा. स्वास्थ्य क्षेत्र में इस बड़े कदम की शुरुआत नौवें आयुर्वेद दिवस और हिंदू चिकित्सा के देवता धन्वंतरि की जयंती के अवसर पर की गई.
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हर साल मिलेगा 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB PM-JAY) के तहत 70 साल और उससे अधिक आयु के सभी बुजुर्गों को हेल्थ कवरेज मिलेगा. यह सुविधा किसी भी आय वर्ग के बुजुर्गों को प्राप्त होगी. हर साल 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा. इसके अलावा जो परिवार पहले से आयुष्मान योजना का लाभ उठा रहे हैं, उनके परिवार के बुजुर्ग सदस्य के लिए अलग से सालाना 5 लाख रुपये तक का इलाज मिल सकेगा. इससे देश के करीब 4.5 करोड़ परिवारों के 6 करोड़ से ज्यादा बुजुर्गों का लाभ मिलेगा. अब तक इस योजना में कम आय वर्ग के परिवारों को ही शामिल किया जाता रहा है, जबकि बुजुर्गों के लिए शुरू की गई इस स्कीम में कोई आय लिमिट नहीं होगी.
बुजुर्गों को कैसे मिलेगा मुफ्त इलाज?
इस योजना के लिए बुजुर्गों को विशेष आयुष्मान कार्ड मुहैया कराया जाएगा, जो फैमिली आयुष्मान प्लान से अगल होगा. ये स्पेशल कार्ड 29 अक्टूबर से मिलने शुरू हो गए हैं. पीएम मोदी ने दिल्ली में हुए कार्यक्रम के दौरान कई बुजुर्गों को कार्ड सौंपे. इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा समेत कई अन्य मंत्री और अफसर भी मौजूद थे. ये आयुष्मान कार्ड BIS पोर्टल https://bis.pmjay.gov.in/ आयुष्मान ऐप के माध्यम से बनेंगे इसके लिए बुजुर्गों को अपना आधार कार्ड अपडेट और KYC भी कराना होगा. वहीं जिन बुजुर्गों का प्राइवेट हेल्थ इंश्योरेंस हैं, उनके पास प्राइवेट और आयुष्मान भारत स्कीम दोनों इंश्योरेंस में से एक चुनने का विकल्प होगा.
बता दें कि पीएम मोदी ने भारत के पहले अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के दूसरे चरण का भी उद्घाटन किया, जिसमें एक पंचकर्म हॉस्पिटल, दवाई बनाने वाली एक आयुर्वेदिक फार्मेसी, एक स्पोर्ट्स मेडिसिन यूनिट, एक सेंट्रल लाइब्रेरी, एक आईटी और स्टार्टअप इनक्यूबेशन सेंटर और 500 सीटों वाला एक ऑडिटोरियम शामिल है. सेवा बढ़ाने और स्वास्थ्य सेवा को और अधिक सुलभ बनाने के लिए ड्रोन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा. पीएम मोदी ने 11 तृतीयक स्वास्थ्य संस्थानों में ड्रोन सेवाओं का शुभारंभ किया.