योग इस्लाम के खिलाफ नहीं है, यह बड़ा मुस्लिम देश दुनिया को दे रहा मैसेज, विश्वविद्यालय में लगाएगा Yoga क्लास

 
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सऊदी अरब में अगले कुछ महीनों में योग को समर्थन और बढ़ावा देने के लिए देश की प्रमुख यूनिवर्सिटीज के साथ कई समझौते साइन किए जाएंगे। अपने देश में योग को बढ़ावा देने वाला यह अमीर और बड़ा मुस्लिम देश दुनिया को यह संदेश दे रहा है कि योग किसी भी धर्म संप्रदाय के खिलाफ नहीं है।

 

नई दिल्ली। Saudi Arabia: सऊदी अरब यूं तो कई तरह के रुढ़िवादों से जकड़ा हुआ है। लेकिन अब विदेशी टूरिस्टों और इन्वेस्टर्स को आ​कर्षित करने के लिए वह लगातार रिफॉर्म्स लागू कर रहा है। इसी कड़ी में योग भी जुड़ गया है। रिपोर्ट के अनुसार यहां अगले कुछ महीनों में योग को समर्थन और बढ़ावा देने के लिए देश की प्रमुख यूनिवर्सिटीज के साथ कई समझौते साइन किए जाएंगे। अपने देश में योग को बढ़ावा देने वाला यह अमीर और बड़ा मुस्लिम देश दुनिया को यह संदेश दे रहा है कि योग  किसी भी धर्म संप्रदाय के खिलाफ नहीं है। योग से मानवता का ही भला होगा। दरअसल, 'उदारवादी इस्लाम' की बात करने वाले सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने देश में योग को एक खेल के रूप में मान्यता दी है।

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सऊदी अरब अपनी कई प्रमुख यूनिवर्सिटीज में योग शुरू करने जा रहा है। सऊदी सरकार ने योग के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्व को देखते हुए यह फैसला लिया है। अरब न्यूज ने इसकी जानकारी दी है। सऊदी यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स फेडरेशन की ओर से आयोजित 'द रोल ऑफ यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स इन सपोर्टिंग द किंगडम्स विजन इन स्पोर्ट्स' नामक एक फोरम के दौरान रियाद में यह घोषणा की गई। मुस्लिम देश सऊदी अरब कई तरह के रूढ़िवादों में जकड़ा हुआ है। लेकिन विदेशी पर्यटकों और निवेशकों को लुभाने के लिए वह लगातार सुधारों को लागू कर रहा है।

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रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले कुछ महीनों में योग को समर्थन और बढ़ावा देने के लिए देश की प्रमुख यूनिवर्सिटीज के साथ कई समझौते साइन किए जाएंगे। सऊदी योग कमिटी के अध्यक्ष नौफ अल-मारवाई ने कहा कि स्वास्थ्य और सेहत के लिए योग के महत्व पर जोर देते हुए कमिटी विश्वविद्यालयों में योग को शुरू करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। उन्होंने कहा कि योग करने से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं।

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खेल के रूप में मिली योग को मान्यता
सऊदी अरब में दशकों से आधिकारिक तौर पर योग की अनुमति नहीं थी। सऊदी अरब एक मुस्लिम देश है जहां सभी गैर-मुस्लिम प्रथाओं पर प्रतिबंध लगा हुआ है। लेकिन 'उदारवादी इस्लाम' की बात करने वाले सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने देश में योग को एक खेल के रूप में मान्यता दी है। हालांकि सऊदी यूनिवर्सिटीज में योग को कट्टरपंथियों के उग्र विरोध का सामना करना पड़ सकता है।

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मिल रहीं कट्टरपंथियों की धमकियां
अल-मारवाई देश में योग को सामान्य बनाने के प्रयासों की अगुवाई कर रहे हैं। वह, 'योग इस्लाम के साथ असंगत है', धारणा को चुनौती देने के लिए कट्टरपंथियों की धमकियों का सामना भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि योग सिर्फ ध्यान लगाना नहीं है बल्कि इसमें कई आसन भी हैं। इससे पहले पिछले साल दिसंबर में सऊदी अरब ने योग को बढ़ावा देने के लिए एक कार्यक्रम की मेजबानी की थी और इसमें हिस्सा लेने के लिए 11 अरब देशों को आमंत्रित किया था।

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