कौन जिम्मेदार अफगानिस्तान हालत के लिए? खुफिया रिपोर्ट से US संसद में आएगा तूफान

 
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन की ओर से जारी एक खुफिया रिपोर्ट में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी अप्रत्यक्ष रूप से अफगानिस्तान से सैनिकों के पीछे हटने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।

 

नई दिल्ली। लंबे समय से अफगानिस्तान से सैनिकों की वापसी के कारणों की अमेरिका समीक्षा कर रहा है। आखिर में अपने खुफिया रिपोर्ट अमेरिका ने कई नए दावे किए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि खुफिया विफलता के कारण अमेरिका को अफगानिस्तान से पीछे हटना पड़ा। जो बाइडेन प्रशासन की ओर से जारी एक रिपोर्ट में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी अप्रत्यक्ष रूप से अफगानिस्तान से सैनिकों के पीछे हटने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। रिपोर्ट में दावा किया गया कि ट्रंप प्रशासन के दौरान गुमराह नीतियों की वजह अमेरिकी फौज पीछे हटी है।

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ट्रंप की गुमराह नीतियां हैं कारण?
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने व्हाइट हाउस में प्रेस को बताया कि कई मामलों में गलत कार्रवाइयों के कारण अमेरिकी सेना को अफगानिस्तान से पीछे हटना पड़ा। गलत कदमों में ट्रंप युग की गुमराह नीतियां हैं। कहा जाता है कि उस गलत नीति के कारण अफगानिस्तान में अमेरिका की शक्ति और नियंत्रण समाप्त हो गया था। इसके अलावा यह बात भी स्वीकार की गई है कि खुफिया तंत्र तालिबान की ताकत को नहीं समझ सका।

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गनी सरकार की कमजोरी?
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अमेरिका को लगा कि लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई अफगान सरकार के पीछे पर्याप्त जनसमर्थन है। इसलिए बुनियादी ढांचे के निर्माण में काफी निवेश किया गया था। लेकिन बाद में अमेरिका को एहसास हुआ, उन्हें इस बारे में गलत धारणा थी। हालांकि, किसी का नाम न लेते हुए रिपोर्ट में इस बारे में जिक्र किया है। ऐसा माना जा रहा है कि इस बयान के जरिए अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी और उनकी सरकार की आलोचना की गई है।

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अमेरिकी संसद में आएगा तूफान?
किर्बी ने इस संदर्भ में कहा, ''20 साल तक लड़ने के बाद जंग के मैदान को छोड़ना कोई आसान काम नहीं है। लेकिन हमें यही करना था।" रिपोर्ट अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स को जारी की जाएगी, जहां अब विपक्षी रिपब्लिकन का दबदबा है। इसलिए कई लोगों को लगता है कि इस रिपोर्ट से अमेरिकी संसद में तूफान आ सकता है। क्योंकि रिपब्लिकन अफगानिस्तान से सैनिकों को वापस लेने के लिए मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन को दोषी मानते हैं। 20 साल बाद 15 अगस्त 2021 को तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया और अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान छोड़ चले।

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