इंसान का 'दिमाग खा गया कीड़ा', अंदर घुसा था टंकी के पानी से, फिर जान लेकर ही माना!

 
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Man dies from brain eating amoeba: शख्स ने टंकी के पानी से अपनी नाक धोई थी, लेकिन उसे बिल्कुल भी इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि इसके बाद उसकी ज़िंदगी में क्या भूचाल आने वाला है। पानी के ज़रिये ही उसके दिमाग तक ऐसा जीव पहुंच गया।

 

नई दिल्ली। Brain Eating Amoeba Killed Man: संसार में जीव-जंतुओं की ऐसी-ऐसी प्रजातियां हैं, जो हमारे आसपास भी हों, तो हम जान नहीं पाते। आमतौर पर कीड़े हमारी आंखों से दिखाई देते हैं लेकिन कुछ जीव इतने छोटे होते हैं कि नंगी आंखों से इन्हें देखना संभव नहीं हो पाता। एक ऐसा ही परजीवी (Naegleria fowleri) है, जिसे इंसान देख तो नहीं पाता लेकिन गलती से अगर ये (Brain Eating Amoeba) हमारे शरीर में पनाह पा जाए तो ये इंसान को मौत की नींद भी सुला सकता है।

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स्कूल की किताबों में अपने अमीबा और पैरामीशियम के बारे में खूब पढ़ा है। हमें ये भी पता है कि ये शरीर में प्रवेश करने के बाद खासा नुकसान पहुंचाते हैं। अब भी अगर आपको इसके खतरे के बारे में एहसास नहीं है तो अमेरिका में एक शख्स की कहानी आपको ज़रूर जाननी चाहिए। ये शख्स पानी से अपनी नाक साफ कर रहा था, लेकिन इस प्रक्रिया में उसके शरीर के अंदर ‘दिमाग खाने वाला कीड़ा’घुस गया और उसकी ज़िंदगी लेकर ही माना।

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पानी के ज़रिये शरीर में पहुंचा कीड़ा
फ्लोरिडा के स्वास्थ्य विभाग ने ये जानकारी दी है कि एक शख्स की मौत Naegleria fowleri नाम के परजीवी की वजह से हुई है, जिसे आमतौर पर दिमाग खाने वाले अमीबा के तौर पर जाना जाता है। शख्स की पहचान नहीं उजागर की गई है लेकिन वो टंकी के पानी से साइनस रिंजिंग प्रॉसेस कर रहा था। इस दौरान पानी के ज़रिये अमीबा नाक से होते हुए शख्स के दिमाग तक पहुंच गया। इंफेक्शन की वजह से उसके दिमाग में सूजन आ गई। बाद में इस इंफेक्शन ने शख्स की जान तक ले ली।

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पहले भी हो चुके हैं इंफेक्शन
अमेरिकी सरकारी एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2012 से 2021 के बीच दिमाग खाने वाले अमीबा से जुड़े हुए 31 मामले सामने आए हैं। पानी के ज़रिये ये इंसान के दिमाग तक पहुंचते हैं और सिरदर्द, उल्टी और चक्कर जैसे लक्षण सामने आने लगते हैं। इससे गर्दन में स्टिफनेस, दौरे, कोमा और आखिरकार इंसान की मौत तक हो जाती है। मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक 1962 से 2021 तक ऐसे इंफेक्शन के 154 केसेज़ आ चुके हैं, जिसमें से सिर्फ 4 लोग ही ज़िंदा बच पाए।

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