रूस में प्लेन हादसा, पुतिन के खिलाफ विद्रोह करने वाले वैगनर चीफ का नाम भी यात्रियों की लिस्ट में

रूस में बुधवार को एक विमान दुर्घटना हुई। इस घटना में दस लोगों के मारे जाने की खबर है। यह विमान दुर्घटना मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग के बीच हुई है। लेकिन हैरानी की बात है कि विमान में सवार यात्रियों की लिस्ट में रूस की निजी सेना वैगनर ग्रुप (Wagner Group) के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन का नाम भी शामिल है।
नई दिल्ली। रूस में बुधवार को एक विमान दुर्घटना हुई। इस दुर्घटना में दस लोगों के मारे जाने की खबर है। यह विमान दुर्घटना मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग के बीच हुई है। लेकिन हैरानी की बात है कि विमान में सवार यात्रियों की लिस्ट में रूस की निजी सेना वैगनर ग्रुप (Wagner Group) के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन का नाम भी शामिल है।
विज्ञापन: "जयपुर में JDA अप्रूव्ड प्लॉट्स आगरा रोड, मैन हाईवे पर उपलब्ध, कॉल 9314188188
लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि क्या येवगेनी इस विमान में सवार थे या नहीं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह कहा जा रहा है कि यह विमान प्रिगोझिन का ही था। रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी तास ने आपातकाल अधिकारियों के हवाले से बताया कि इस विमान में तीन पायलट सहित कुल सात यात्री सवार थे। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
यह खबर भी पढ़ें: 'दादी के गर्भ से जन्मी पोती' अपने ही बेटे के बच्चे की मां बनी 56 साल की महिला, जानें क्या पूरा मामला
प्रिगोझिन ने पुतिन से की थी बगावत
वैगनर एक प्राइवेट आर्मी है। वैगनर आर्मी रूसी सेना के साथ मिलकर यूक्रेन में युद्ध लड़ रही थी। यह पिछले कई सालों से सैन्य और खुफिया ऑपरेशन्स को लेकर विवादों में भी रहा है। वैगनर आर्मी चीफ येवगेनी प्रिगोझिन कभी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे खास होते थे। लेकिन बीते कुछ महीनों में प्रिगोझिन ने रूसी सेना और पुतिन के खिलाफ बगावत कर दी थी।
पुतिन ने प्रिगोझिन के इस कदम को 'गद्दारी' और 'पीठ में छुरा घोंपने' वाला बताया था। हालांकि, प्रिगोझिन ने दावा किया था कि वो यूक्रेन में युद्ध की कमान संभाल रहे कमांडरों का विरोध कर रहे हैं। ऐसा करके प्रिगोझिन ने खुद को 'देशभक्त' के तौर पर पेश करने की कोशिश की थी।
यह खबर भी पढ़ें: महिला टीचर को छात्रा से हुआ प्यार, जेंडर चेंज करवाकर रचाई शादी
कौन हैं प्रिगोझिन?
येवगेनी प्रिगोझिन पुतिन के रसोइये के तौर पर जाने जाते हैं। प्रिगोझिन का जन्म 1961 में लेनिनग्राड (सेंट पीट्सबर्ग) में हुआ। प्रिगोझिन 20 साल की उम्र में ही मारपीट, डकैती और धोखाधड़ी समेत कई मामलों में वांछित हो गए। इसके बाद उन्हें 13 साल की सजा सुनाई गई। हालांकि, उन्हें 9 साल में ही रिहा कर दिया गया।
यह खबर भी पढ़ें: 'मेरे बॉयफ्रेंड ने बच्चे को जन्म दिया, उसे नहीं पता था वह प्रेग्नेंट है'
यूक्रेन जंग में क्या था प्रिगोझिन का रोल?
- ऐसे आरोप लगते रहे हैं कि यूक्रेन में हजारों की संख्या में भाड़े के सैनिक मौजूद रहे हैं। भाड़े के ये सैनिक वैगनर ग्रुप से जुड़े बताए गए थे।
- मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया जाता है कि यूक्रेन जंग में जल्द से जल्द जीत हासिल करने के मकसद से वैगनर ग्रुप को जंग में उतारा गया था।
- न्यूज एजेंसी ने दावा किया था कि प्रिगोझिन ने रूस की जेलों में बंद कैदियों को वैगनर ग्रुप से जोड़ा। प्रिगोझिन ने इन कैदियों से वादा किया है कि अगर वो जिंदा बच गए तो उनकी सजा माफ कर दी जाएगी।
- मई में एक इंटरव्यू में प्रिगोझिन ने बताया था कि उन्होंने 50 हजार से ज्यादा कैदियों को भर्ती किया है। इनमें से 10 हजार कैदी बखमुत में मारे गए हैं। इतनी ही संख्या में वैगनर ग्रुप के लड़ाके भी मारे गए हैं।
- अमेरिका ने अनुमान लगाया था कि यूक्रेन में जंग लड़ने के लिए वैगनर ग्रुप हर महीने 10 करोड़ डॉलर खर्च कर रहा है।
Download app : अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप