रूस और चीन की 'डील' से दुनिया को खतरा, टेंशन में आए जापान ने दी यह चेतावनी

 
japan news

स्वीडन में यूरोपीय और हिंद प्रशांत देशों के विदेश मंत्रियों की एक बैठक में जापानी विदेश मंत्री हयाशी ने कहा कि यूक्रेन में जंग ने अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की बुनियाद को हिला दिया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मिलकर इसका जवाब देना चाहिए।

 

नई दिल्ली। China-Russia: चीन और रूस की करीबी से दुनिया में अजीब सी हलचल है। खासकर यूरोपीय देशों और अमेरिका में। जाहिर है रूस और चीन की डील से चीन के दुश्मन जापान को भी खतरा होगा ही। यही कारण है कि जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी ने एशिया में रूस और चीन की सेनाओं के बीची आपसी सहयोग को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है। जापानी विदेश मंत्री ने कहा कि यूक्रेन में रूस के हमले के मद्देनजर यूरोप की सुरक्षा स्थिति को हिंद-प्रशांत क्षेत्र से अलग नहीं किया जा सकता। स्वीडन में यूरोपीय और हिंद प्रशांत देशों के विदेश मंत्रियों की एक बैठक में हयाशी ने कहा कि यूक्रेन में जंग ने अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की बुनियाद को हिला दिया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मिलकर इसका जवाब देना चाहिए।

विज्ञापन: "जयपुर में निवेश का अच्छा मौका" JDA अप्रूव्ड प्लॉट्स, मात्र 4 लाख में वाटिका, टोंक रोड, कॉल 8279269659

जापानी विदेश मंत्री ने जताई यह चिंता
जापानी विदेश मंत्री ने कहा कि 'रूस और चीन की सेनाओं का ऐसा ही समन्वय रहा तो अन्य क्षेत्रों से भी इसी तरह की चुनौतियां उभरेंगी। इससे होगा यह कि उस व्यवस्था की बुनियाद हिल सकती है, जिस पर हमारी शांति और समृद्धि टिकी है।' जापान युद्ध में यूक्रेन का समर्थन करता है जबकि चीन ने कहा है कि वह तटस्थ रहेगा और उसने संघर्ष को भड़काने के लिए नाटो को जिम्मेदार ठहराया है। हयाशी ने बीजिंग पर पूर्वी और दक्षिण चीन सागरों में ताकत के दम पर यथास्थिति को बदलने के लिए लगातार कोशिश करने और ताइवान के आसपास अपनी सैन्य गतिविधियों को तेज करने का आरोप लगाया।

यह खबर भी पढ़ें: 'मेरे बॉयफ्रेंड ने बच्चे को जन्म दिया, उसे नहीं पता था वह प्रेग्नेंट है'

बैठक में चीन के विदेश मंत्री को ​नहीं बुलाया गया
जापानी विदेश मंत्री की चिंता यह भी है कि उनके करीब का देश उत्तर कोरिया आए दिन बैलेस्टिक मिसाइलों के परीक्षण करके इलाके में तनाव को भड़का रहा है। उत्तर कोरिया को चीन की गुप्त रूप से शह मिली हुई है। इस बैठक में भारत के साथ ही यूरोपीय संघ और हिंद प्रशांत क्षेत्र के कई देशों के विदेश मंत्रियों ने हिस्सा लिया। लेकिन इसमें चीन को नहीं बुलाया गया था।

Download app : अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप

From around the web