पाकिस्तान चीन से फिर कर्ज लेकर ऋण चुकाएगा चीन का ही!

Pakistan: दो रोज पहले पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशहाक डार ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि पाकिस्तान सरकार विदेशी कर्ज की रिस्ट्रक्चरिंग के लिए बातचीत अब प्राथमिकता के आधार पर शुरू करेगी। अब खबर है कि चीन से उसने मैच्योर हो रहे 1.3 बिलियन डॉलर कर्ज को चुकाने के लिए चीन से नई सहायता मांगी है...
इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार ने चीन से पुराने कर्ज की रिस्ट्रक्चरिंग के लिए कहने के बजाय उससे नए कर्ज की मांग कर दी है, ताकि वह उसके ही पुराने कर्ज को चुका सके। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पाकिस्तान से कहा था कि वह द्विपक्षीय कर्जदाताओं से कर्ज रिस्ट्रक्चरिंग करने को कहे। इसका मतलब कर्ज के रूप में ली गई रकम में एक हिस्से की माफी और बाकी कर्ज लौटने की समयसीमा में रियायत है। दो रोज पहले पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशहाक डार ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि पाकिस्तान सरकार विदेशी कर्ज की रिस्ट्रक्चरिंग के लिए बातचीत अब प्राथमिकता के आधार पर शुरू करेगी।
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अब खबर है कि चीन से उसने मैच्योर हो रहे 1.3 बिलियन डॉलर कर्ज को चुकाने के लिए चीन से नई सहायता मांगी है। वित्त मंत्री डार ने इस्लामाबाद स्थित चीनी दूतावास में वित्तीय मामलों के प्रभारी पांग चुनशुए से यहां मुलाकात की। इसी दौरान उन्होंने दो चीनी कर्जों को चुकाने के लिए नई वित्तीय सहायता मांगी। ये दोनों ऋण अगले दो से तीन हफ्तों के अंदर मैच्योर होने वाले हैं।
पर्यवेक्षकों के मुताबिक चीन के सामने इस गुहार का मतलब है कि पाकिस्तान सरकार का आईएमएफ से ऋण मिलने का भरोसा अब पूरी तरह टूट गया है। इसे देखते हुए उसने रिस्ट्रक्चरिंग का प्रस्ताव चीन के सामने ना रखने का मन बनाया है, जिससे चीन के नाराज होने का अंदेशा था।
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सरकारी सूत्रों के मुताबिक चीन ने आश्वासन दिया है कि वह दोनों कर्जों को चुकाने के लिए नए कर्ज देगा। इस तरह पाकिस्तान चीनी कर्ज के मामले में डिफॉल्ट करने से बच जाएगा। पाकिस्तान को बैंक ऑफ चाइना का 30 करोड़ डॉलर का कर्ज दो हफ्तों के अंदर चुकाना है। तीन हफ्तों के अंदर उसे चाइना डेवलपमेंट बैंक का एक बिलियन डॉलर का कर्ज चुकाना है।
फिलहाल पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में 3.9 बिलियन डॉलर ही बचे हैँ। ऐसे में अगर चीन ने जल्द ही नया कर्ज नहीं दिया, तो पाकिस्तान के सामने विदेशी मुद्रा का संकट बहुत गंभीर रूप ले लेगा। चीनी अधिकारी से डार की मुलाकात के बाद वित्त मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि डार ने चीनी अधिकारी को आईएमएफ से चल रही बातचीत के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आईएमएफ ने पाकिस्तान सरकार के छह बिलियन डॉलर का नया कर्ज जुटाने की शर्त में छूट के अनुरोध को ठुकरा दिया है। जबकि पाकिस्तान अपने चालू खाता घाटे में कटौती करने में सफल रहा है, लेकिन उससे आईएमएफ संतुष्ट नहीं है। वह अभी भी कह रहा है कि अगर पाकिस्तान को उससे कर्ज हासिल करना है, तो उसे अन्य स्रोतों से छह बिलियन डॉलर का नया कर्ज जुटाना होगा।
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डार पहले यह बता चुके हैं कि सऊदी अरब ने पाकिस्तान को दो बिलियन डॉलर का ऋण देने का वादा किया है। इसी तरह संयुक्त अरब अमीरात ने एक बिलियन डॉलर की सहायता देने का आश्वासन दिया है। डार ने दावा किया कि पाकिस्तान के सामने डिफॉल्ट करने की नौबत नहीं आएगी।
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