पाकिस्तान घिरा मुसीबतों के तूफान से, IMF नहीं दे रहा पैसे; छलका बिलावल भुट्टो का दर्द

 
pakistan news

बिलावल भुट्टो जरदारी ने द एसोसिएटेड प्रेस के साथ एक इंटरव्यू में IMF की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि अन्य देशों की तरह पाकिस्तान भी पक्षपातपूर्ण और ध्रुवीकरण राजनीति से ग्रसित है।

 

इस्लामाबाद। गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। खुद पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने स्वीकार किया है कि उनका देश 'मुसीबतों के तूफान' से घिरा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने कहा कि ऐसे समय में जब पाकिस्तान को पैसों की सख्त जरूरत है तब अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) आनाकानी कर रहा है। बिलावल ने कहा कि पिछले साल आई विनाशकारी बाढ़ और "फिर से सिर उठा रहे" आतंकवाद के कारण पाकिस्तान आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। 

विज्ञापन: "जयपुर में निवेश का अच्छा मौका" JDA अप्रूव्ड प्लॉट्स, मात्र 4 लाख में वाटिका, टोंक रोड, कॉल 8279269659

बिलावल भुट्टो जरदारी ने द एसोसिएटेड प्रेस के साथ एक इंटरव्यू में IMF की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि अन्य देशों की तरह पाकिस्तान भी पक्षपातपूर्ण और ध्रुवीकरण राजनीति से ग्रसित है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा है कि आईएमएफ उनके देश के साथ निष्पक्ष व्यवहार नहीं कर रहा है। बता दें कि पाकिस्तान पिछले महीने 2019 के सौदे की शर्तों को पूरा करने में विफल रहा। जिसके चलते अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने 6 बिलियन डॉलर के बेलआउट में देरी कर दी। 

यह खबर भी पढ़ें: 7 दिनों की विदेश यात्रा में फ्लाइट-होटल पर खर्च सिर्फ 135 रुपये!

कहा जा रहा है कि पाकिस्तान पहले से ही अधिकांश अन्य शर्तों कर चुका है, जिसमें तेल, गैस और बिजली की कीमतों में भारी बढ़ोतरी, निर्यात और बिजली क्षेत्रों में सब्सिडी वापस लेना, और एक पूरक बजट में नए टैक्स के जरिए अधिक राजस्व उत्पन्न करना शामिल है। पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि आईएमएफ ने पाकिस्तान को नए निर्देश दिए हैं कि वह गरीब लोगों पर बोझ डाले बिना टैक्स को बढ़ाए और ज्यादा टैक्स कलेक्ट करे। साथ ही सब्सिडी में भी कमी लाए।

इस पर बिलावल ने कहा कि उनकी पार्टी ने बढ़े हुए टैक्स के जरिए रेवेन्यू कलेक्शन के विस्तार का समर्थन किया है और उनका मानना है कि जो लोग संपन्न हैं उन्हें अधिक भुगतान करना चाहिए, लेकिन उन्होंने कहा कि पाकिस्तान "पिछले 23 आईएमएफ कार्यक्रमों के लिए संरचनात्मक कर सुधार हासिल करने में असमर्थ रहा है, जिसका हम हिस्सा रहे हैं।"

यह खबर भी पढ़ें: 'दादी के गर्भ से जन्मी पोती' अपने ही बेटे के बच्चे की मां बनी 56 साल की महिला, जानें क्या पूरा मामला

पाकिस्तान के प्रति निष्पक्ष नहीं IMF- बिलावल 
बिलावल ने पूछा, "क्या यह वास्तव में हमारी टैक्स पॉलिसी और टैक्स कलेक्शन के बारे में सोचने का समय है? खासतौर से तब जब हम बड़े पैमाने की जलवायु आपदा से पीड़ित हैं?" उन्होंने कहा, "आईएमएफ पाकिस्तान के प्रति निष्पक्ष नहीं है। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद आर्थिक संकट, भयावह बाढ़ के परिणाम और आतंकवाद के रूप में नई मुश्किलें सामने आ रही हैं। अफगानिस्तान से पश्चिम देशों की वापसी के बाद पाकिस्तान 100,000 नए शरणार्थियों से भी निपट रहा है। इसके अलावा, हमारे देश के भीतर आतंकवादी गतिविधियों में लगातार वृद्धि हुई है।"

उन्होंने आगे कहा कि आईएमएफ ऐसे समय में बातचीत को आगे खींच रहा है जब देश को "गरीब से गरीब व्यक्ति" की मदद के लिए पैसों की सख्त जरूरत है। भुट्टो ने कहा, "जब देश को गरीब से गरीब व्यक्ति की मदद के लिए पैसे की जरूरत है, जिनके घर और फसलें बाढ़ में बह गई हैं, तब आईएमएफ बेलआउट पर बातचीत को आगे बढ़ा रहा है। हमें बताया जा रहा है कि जब तक हमारा टैक्स सुधार पूरा नहीं हो जाता, हमें आईएमएफ कार्यक्रम के तहत पैसे नहीं मिलेंगे।"

यह खबर भी पढ़ें: महिला टीचर को छात्रा से हुआ प्यार, जेंडर चेंज करवाकर रचाई शादी

पाकिस्तान के वित्त मंत्री को इस सप्ताह आईएमएफ के साथ राहत समझौता होने की उम्मीद
इससे पहले पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार आईएमएफ के साथ मौजूदा सात अरब डॉलर के राहत कार्यक्रम को पूरा करने के लिए 'पूरी तरह से प्रतिबद्ध' है। उन्होंने एक बार फिर संकेत दिया कि नकदी की तंगी से जूझ रहा देश इस सप्ताह वैश्विक ऋणदाता के साथ कर्मचारी स्तर के समझौते पर हस्ताक्षर कर सकता है।

यह खबर भी पढ़ें: 'मेरे बॉयफ्रेंड ने बच्चे को जन्म दिया, उसे नहीं पता था वह प्रेग्नेंट है'

समाचार पत्र डॉन के मुताबिक पाकिस्तान सरकार को जल्द से जल्द अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ एक समझौते पर पहुंचना होगा, क्योंकि देश के पास मुश्किल से तीन सप्ताह के आयात के लिए मुद्रा भंडार है। डार ने यहां वित्त मंत्रालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'मेरी टीम और मैंने तय किया है कि कम समय में हम इसे लागू करेंगे और पिछली सरकार की सभी संप्रभु प्रतिबद्धताओं को पूरा करेंगे।'

Download app : अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप

From around the web