भारत की आबादी पर चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा, हमारे 90 करोड़ लोग कामकाजी, इनमें टैलेंट भी है, जानें पूरा मामला...

नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र संघ ने आंकड़े जारी कर बताया कि भारत ने आबादी के मामले में चीन को पछाड़ दिया है। इसके ठीक एक दिन बाद चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वैंग वेनबिन ने कहा कि किसी देश की आबादी ही नहीं बल्कि उसकी क्वालिटी भी जरूरी होती है। वैंग वेनबिन ने ये बात एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत की आबादी से जुड़े सवाल के जवाब में कही है।
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वैंग ने कहा, तादाद के साथ साथ किसी भी देश में टैलेंट होना भी जरूरी है। चीन में 90 करोड़ लोग वर्किंग एज में हैं यानी वो कामकाज करने की उम्र में हैं। जबकि, हमारे यहां औसतन एक व्यक्ति कम से कम 10 साल से ज्यादा समय स्कूल में पढ़ाई करता है। वैंग वेनबिन ने ये भी कहा कि चीन में बुजुर्गों की बढ़ती तादाद से निपटने के लिए तीन बच्चों की पॉलिसी पर विचार किया जा रहा है। दरअसल, भारत में ये आंकड़ा चीन से कम है। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक यहां औसतन एक व्यक्ति 5 साल ही स्कूल जा पाता है।
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आपको बता दें, वहीं, नेशनल ब्यूरो स्टेटिस्टिक्स ने बताया था कि चीन में साल 2021 में बर्थ रेट 7.52 प्रतिशत था जो साल 2022 में घटकर 6.67 प्रतिशत रह गया। इसका मतलब यह हुआ कि चीन में जहां साल 2021 में कुल हजार लोगों पर 7.52 बच्चों को जन्म होता था वो 2022 में घटकर 6.67 रह गया। ये साल 1949 के बाद सबसे कम है। वहीं, यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड (UNFPA) की रिपोर्ट के मुताबिक अब भारत की जनसंख्या 142 करोड़ 86 लाख है। वहीं चीन की जनसंख्या 142 करोड़ 57 लाख है।
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