लोन नहीं दिया IMF ने तो जून तक डिफॉल्‍ट हो सकता है पाकिस्‍तान, मूडी ने दी फाइनल वार्निंग

 
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Pakistan Economic Crisis: रेटिंग एजेंसी मूडी ने पाकिस्‍तान के आर्थिक हालातों को लेकर उसे आगाह किया है। मूडी ने कहा है कि अगर देश को जल्‍द आईएमएफ राहत नहीं मिली तो यह कंगाल हो सकता है। वहीं आईएमएफ कार्यक्रम में देरी से बजट पर भी असर पड़ने की आशंका है जिसे जून के दूसरे सप्ताह में पेश किया जाना है।

 

इस्‍लामाबाद। रेटिंग एजेंसी मूडी की तरफ से प‍ाकिस्‍तान को लेकर एक बड़ी चेतावनी दी गई है। मूडी का कहना है कि अंतरराष्‍ट्रीय मुद्राकोष (IMF) की तरफ से मिले राहत पैकेज के बिना देश कंगाल हो सकता है। जून तक इस मुल्‍क को मिलने वाली वित्‍तीय मदद पर भी अनिश्चितता बरकरार है। पाकिस्‍तान को पिछले कई महीनों से आईएमएफ की तरफ से मिलने वाली राहत का इंतजार है। अभी तक उसे राहत पैकेज पर कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। मूडी से जुड़ी विशेषज्ञ ग्रेस लिम के हवाले से ब्‍लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। पाकिस्‍तान को आईएमएफ से अभी तक 6.5 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज नहीं मिल सका है।

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कर्ज के लिए जरूरी शर्तें
लिम ने कहा है, 'हमारा मानना है कि पाकिस्‍तान इस वित्‍तीय वर्ष तक जो कि जून में खत्‍म हो रहा है, बाहरी भुगतान की जरूरतें पूरी कर सकेगा। लेकिन इसके बाद देश के पास वित्‍तीय विकल्‍प बहुत ही अनिश्चित हैं। ऐसे में इसका कमजोर विदेशी मुद्रा भंडार देखते हुए इसके कंगाल होने के चांस ज्‍यादा हैं।' इस साल फरवरी में आईएमएफ के साथ आखिरी बार मीटिंग हुई थी और तब से ही बातचीत अटकी हुई है। आईएमएफ की तरफ से राहत पैकेज अटका है क्‍योंकि देश की सरकार की तरफ से कर्ज के लिए जरूरी कुछ शर्तों को पूरा नहीं किया गया है।

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चुनाव की वजह से अटका कर्ज
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनकी सरकार चुनावों को ध्‍यान में रखते हुए कुछ फैसलों को लेने से हिचक रही है। इसकी वजह से कर्ज में देरी होती जा रही है। दूसरी ओर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भी सरकार और मिलिट्री से मोर्चा लेने में लगे हुए हैं। इस वजह से राजनीतिक हालात भी मुश्किल होते जा रहे हैं। डॉलर बॉन्‍ड जो साल 2031 में देय हैं, वह भी मंगलवार को 34.58 सेंट्स के साथ सबसे निचले स्‍तर पर पहुंच गए। वहीं पाकिस्‍तानी रुपया भी रिकॉर्ड निचले स्‍तर पर है।

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क्‍या देश को मिलेगी राहत
जून के बाद आईएमएफ से अगर कोई मदद मिलती है तो यह पाकिस्‍तान के लिए थोड़ी राहत की बात होगी। कई बहुपक्षीय और द्विपक्षीय साझेदारों से भी अतिरिक्‍त वित्‍तीय सहायता मिलने की उम्‍मीद है। अगर ऐसा होता है जो जोखिम कुछ कम हो पाएगा। पाकिस्‍तान का विदेशी मुद्राभंडार इस समय 4.5 अरब डॉलर पर है। लिम का कहना है कि यह मुद्राभंडार सिर्फ एक महीने के लिए आयात के लिए ही काफी है। सिंगापुर में एसएंडपी के विशेषज्ञ एंड्रयू वुड का कहना है कि आईएमएफ प्रो्ग्राम देश के लिए जरूरी वित्‍तीय सुधारों की आधारशिला तैयार कर सकता है।

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अभी तक अटका प्रोग्राम
दूसरी ओर जियो न्‍यूज की तरफ से बताया गया है कि ऐसा प्रतीत होता है कि पाकिस्तान को विस्तारित फंड सुविधा (ईएफएफ) के तहत आईएमएफ से जल्द कोई राहत नहीं मिल पाएगी। चैनल का कहना था कि देश का ऋण कार्यक्रम 17 मई तक ऋणदाता के कार्यकारी बोर्ड के एजेंडे में नहीं है। पाकिस्तान और आईएमएफ फरवरी से समीक्षा में राजकोषीय नीति के उपायों पर चर्चा कर रहे हैं। भुगतान संकट के संतुलन के दौरान अपने बाहरी भुगतान दायित्वों पर डिफॉल्ट को टालने के लिए आईएमएफ फंडिंग पाकिस्तान के लिए महत्वपूर्ण है। सूत्रों के मुताबिक, आईएमएफ, पाकिस्तान के मित्र देशों द्वारा उसे दिए गए वित्‍तीय आश्वासन से संतुष्ट नहीं है।

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