HIMARS Rocket: अमेरिकी 'ब्रह्मास्त्र' फिलीपींस के राष्ट्रपति के सामने 6 बार हुआ फेल, सत्यानाश हुआ लाइव फायर ड्रिल का

 
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फिलीपींस में लाइव फायर ड्रिल के दौरान अमेरिकी हिमार्स रॉकेट सिस्टम लगातार छह बार फेल हो गया। इस ड्रिल को देखने के लिए फिलीपींस के राष्ट्रपति और अमेरिकी राजदूत खास तौर पर आमंत्रित किए गए थे। बाद में अमेरिकी नौसेना ने दूसरे तोपों से गोलीबारी कर लक्ष्य के रूप में मौजूद पुराने जहाज को डुबा दिया।

सैन एंटोनियो। अमेरिका का ब्रह्मास्त्र के नाम से मशहूर M142 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) फिसड्डी साबित हुआ है। फिलीपींस के करीब हुए लाइव फायर ड्रिल के दौरान यह अमेरिकी रॉकेट सिस्टम लगातार छह बार अपने लक्ष्य को साधने में विफल रहा। इस सिस्टम के लक्ष्य के रूप में दक्षिण चीन सागर में एक पुराना शिप खड़ा किया गया था। यह वही रॉकेट सिस्टम है, जिसने यूक्रेन युद्ध में रूसी सेना को तगड़ी चोट पहुंचाई है। यूक्रेन का यहां तक दावा है कि इस रॉकेट सिस्टम ने रूसी एस-400 मिसाइल सिस्टम को भी तबाह कर दिया था। बड़ी बात यह थी कि फिलीपींस में आयोजित इस लाइव फायर ड्रिल को देखने के लिए राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर और अमेरिकी राजदूत मैरीके कार्लसन मार्कोस दोनों मौजूद थे।

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फिलीपींस के राष्ट्रपति और अमेरिकी राजदूत थे मौजूद
इस लाइव फायर ड्रिल को देखने के लिए फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर के लिए एक स्पेशल टॉवर बनाया गया था। फिलीपींस में अमेरिकी राजदूत मैरीके कार्लसन मार्कोस के पास बैठी थीं। इस ड्रिल के दौरान फिलीपीन नेवी कार्वेट पर छह बार हिमार्स रॉकेट सिस्टम को फायर किया गया, लेकिन सभी रॉकेट आसमान में जाकर अद्श्य हो जा रहे थे। इनमें से एक भी रॉकेट ने लक्ष्य के तौर पर रखे फिलिपीन नेवी के पुराने कार्वेट को हिट नहीं किया। इन रॉकेट को जमीन पर लक्ष्यों को मार गिराने के लिए डिजाइन किए गए दो HIMARS लांचर से दागा गया था, लेकिन ये हर बार निशाना चूक गए। बाद में अमेरिकी और फिलीपींस के तोपखाने और विमान से गोलाबारी कर पोत को डूबो दिया गया।

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अमेरिका ने हिमार्स के फेल होने का किया बचाव
मरीन कॉर्प्स फोर्सेस पैसिफिक के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल निक मैनवेइलर ने नेवल स्टेशन लेओविगिल्डो गेंटिओकी में ड्रिल के दौरान कहा कि एक जहाज के खिलाफ तट से फायर करना असाधारण रूप से कठिन है। यह लाइव फायर ड्रिल अमेरिकी और फिलीपींस के बीच सालाना होने वाले युद्धाभ्यास बालिकातन (Balikatan) का हिस्सा है। इसमें 17000 से अधिक अमेरिकी और फिलीपिनो सैनिक शामिल हैं। यह युद्धाभ्यास शु्क्रवार को समाप्त हो रहा है। बालिकातन सैनिकों की संख्या के मामले में अमेरिका और फिलीपींस का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास है। यह उस बदलाव को भी प्रदर्शित करता है, जिसकी चाहत दशकों से अमेरिका को थी। राष्ट्रपति मार्कोज के पहले फिलीपींस के राष्ट्रपति रहे रोड्रिगो दुतेर्ते ने क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी चीन के प्रति एक मित्रवत दृष्टिकोण अपनाया था।

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अमेरिकी आर्टिलरी ने बाद में युद्धपोत को डूबाया
निक मैनवेइलर के अनुसार, हिमार्स का समुद्र में किसी जहाज को निशाना न लगा पाना कोई बड़ी बात नहीं थी। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण ने सैनिकों की एक जहाज को समझने और अमेरिका और फिलीपींस द्वारा संचालित हथियारों की जानकारी का आदान-प्रदान करने की क्षमता का प्रदर्शन किया। मैनवेइलर ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण से भविष्य में और अधिक सहयोग की भावना मजबूत होती है। अमेरिकी सेना के मेजर जेफ टॉलबर्ट ने कहा कि हिमार्स के निशाना चूकने के बाद 25 वीं इन्फैंट्री डिवीजन के तोपखाने ने 105 मिमी और 155 मिमी राउंड के साथ फिलीपींस की पुरानी पोत को निशाना बनाया। इसके बाद अमेरिकी और फिलीपींस के विमानों ने बमों और बंदूकों से पोत पर हमला किया। इस दौरान एक एमक्यू-9 रीपर ड्रोन हमले की तस्वीरें भी ले रहा था।

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