Finland Election: चुनावों में हार मिली पार्टी के लिए मशहूर फिनलैंड की PM सना मरीन को, दक्षिणपंथी दल सबसे आगे, कौन बनेगा नया प्रधानमंत्री?

 
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Sana Marin Finland Election: सुर्खियों में रहने वाली फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मरीन को चुनावों में एक बड़ा झटका लगा है। सना मरीन की पार्टी को चुनावों में हार मिली है। हालांकि किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। चुनावों में जीत कर सबसे बड़ी पार्टी बनी NCP के नेता पेटेरी ओर्पो नए प्रधानमंत्री हो सकते हैं।

 

हेलसिंकी। फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मरीन को लोकप्रियता के बावजूद भी चुनावों में बड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी चुनाव हार गई है। सेंट्रल लेफ्ट विचारधारा वाली सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (SDP) को तीसरा स्थान मिला है। दो दक्षिणपंथी दलों को पहला और दूसरा स्थान मिला है। हालांकि किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला है। रविवार को फिनलैंड में चुनाव परिणाम घोषित किए गए, जिसके मुताबिक दक्षिणपंथी राष्ट्रीय गठबंधन पार्टी (NCP) को 20.8 फीसदी वोट मिले हैं। नेशन फर्स्ट फिन्स पार्टी को 20.1 फीसदी वोट और सना मरीन की पार्टी SDP को 19.9 फीसदी वोट मिले हैं। मतदान प्रतिशत 71.9 फीसदी था।

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मरीन ने चुनावों के बाद अपने भाषण में विजेताओं को बधाई दी। सना मरीन ने अपने भाषण में कहा कि भले ही वह तीसरे स्थान पर हों, लेकिन उनकी पार्टी का वोट प्रतिशत और सांसदों की संख्या पिछली बार से बढ़ी है, जो एक अच्छी उपलब्धि है। उन्होंने कहा, 'लोकतंत्र ने अपना फैसला सुनाया है। फिनिश लोगों ने अपना वोट डाल दिया है। हमारे पास इस परिणाम से खुश होने का अच्छा कारण है।' NCP के नेता पेटेरी ओर्पो (Petteri Orpo) ने कहा कि ये हमारी नीतियों के लिए एक मजबूत जनादेश है। फिन्स पार्टी के नेता ने रिक्का पुर्रा ने इसे एक बेहतरीन परिणाम बताया।

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गठबंधन के लिए होगी चर्चा
फिनलैंड के चुनाव में 22 पार्टियों के 2,400 सदस्यों ने हिस्सा लिया। फिनलैंड की संसद में 200 सीटें हैं। NCP नेता ने कहा है कि वह गठबंधन से जुड़ी चर्चा को आगे बढ़ाएंगे। 37 साल की सना मरीन यूरोप की सबसे युवा नेताओं में से एक हैं। यूक्रेन की मुखर समर्थक और नाटो में शामिल होने के लिए उनकी ओर से किए गए प्रयासों की वकालत से उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा मिली है। पूर्व वित्त मंत्री और संभावित नए प्रधानमंत्री पेटेरी ओर्पो ने आश्वासन दिया कि उनके कार्यकाल में भी फिनलैंड यूक्रेन के साथ खड़ा रहेगा।

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कौन हैं सना मरीन
फिनलैंड रूस के साथ एक लंबा बॉर्डर साझा करता है। सना मरीन 2019 में प्रधानमंत्री बनीं। कोरोना काल में देश का नेतृत्व करने के लिए उनकी सराहना की जाती है। मरीन अपने सार्वजनिक जीवन में पार्टियों में एंजॉय करती रही हैं, जिसने कई बार सुर्खियां बटोरी। पिछले साल उनका एक वीडियो आया था, जिसमें वह एक पार्टी में डांस कर रही थीं। इस वीडियो के आने के बाद आलोचकों का कहना था कि उनका व्यवहार उनके कार्यालय के लिए अनुपयुक्त था। विपक्षी दल लगातार फिनलैंड के बढ़ते कर्ज को लेकर उन पर निशाना साधते रहे हैं।

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