कनाडा के चुनाव में चीन ने 'भारत विरोधी' जस्टिन ट्रूडो को दिलाई थी जीत? 'जादुई हथियार' पर बवाल, जांच शुरू

 
canada and china

China Canadian Elections Interfere: कनाडा में हुए आम चुनावों में हस्‍तक्षेप के आरोपों से चीन बुरी तरह से घिर गया है। कनाडा में चीन के कथित हस्‍तक्षेप के आरोपों पर चीन ने जहां सफाई दी है, वहीं अब इसकी एक स्‍वतंत्र जांच शुरू हो गई है। यह आरोप अगर साबित होता है तो दोनों के रिश्‍ते पर बहुत बुरा असर पड़ेगा।

 

टोरंटो। कनाडा के आम चुनाव में चीन की भूमिका को लेकर बवाल मच गया है। ऐसे आरोप हैं कि चीन ने कनाडा के विवादित प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को चुनाव में जीत दिलाने में मदद की थी। इस आरोप के बाद अब कनाडा की चुनाव निगरानी संस्‍था ने कहा है कि वह चीनी हस्‍तक्षेप के आरोप की जांच करेगी। कनाडा में हाल ही में संघीय चुनाव हुए थे। इस बीच कनाडा के चुनाव में चीन के दूतावास और महावाणिज्‍य दूतावास के हस्‍तक्षेप के आरोप का बीजिंग ने खंडन किया है। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह आरोप पूरी तरह से झूठा है और मूर्खतापूर्ण बताया है।

विज्ञापन: "जयपुर में निवेश का अच्छा मौका" JDA अप्रूव्ड प्लॉट्स, मात्र 4 लाख में वाटिका, टोंक रोड, कॉल 8279269659

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता किन गांग ने कहा कि बीजिंग इसका पुरजोर विरोध करता है। उन्‍होंने कहा, 'कनाडा के पक्ष को व्‍यवहारिक कदम उठाना चाहिए ताकि कनाडा के राजनयिक मिशनों का काम सामान्‍य रूप से चलता रहे। साथ ही दोनों देशों के बीच रिश्‍ते में हस्‍तक्षेप के अफवाहों और अटकलों को रोकने के लिए भी कदम उठाना चाहिए।' चीन की इस सफाई के बीच कनाडा में निष्‍पक्ष जांच का ऐलान कर दिया गया है। अगर यह साबित होता है तो आपराधिक आरोप लगाए जा सकते हैं। जस्टिन ट्रूडो अपनी नीतियों को लेकर अक्‍सर विवादों में रहते हैं। किसानों का मामला हो या खालिस्‍तानी आतंकियों को शरण देने का मामला, ट्रूडो अपने भारत विरोधी रुख के लिए जाने जाते हैं।

यह खबर भी पढ़ें: महिला टीचर को छात्रा से हुआ प्यार, जेंडर चेंज करवाकर रचाई शादी

चीन के राष्‍ट्रपति का जादुई हथियार क्‍या है?
एक बार तो कनाडा के पीएम ने चीनी राष्‍ट्रपति के साथ बातचीत को लीक कर दिया था जिस पर शी जिनपिंग भड़क गए थे। इस जांच का ऐलान ऐसे समय पर किया है जब एक दिन पहले ही कनाडा के विपक्षी दल और पार्टी में ही एक वरिष्‍ठ नेता ने साल 2019 और साल 2021 में संघीय चुनावों में चीन के कथित हस्‍तक्षेप की जांच की मांग का समर्थन किया था। हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट में कनाडा के खुफिया सूत्रों के हवाले से दावा किया गया था कि चुनाव में चीन के हस्‍तक्षेप करने वाले नेटवर्क ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी के पक्ष में अभियान चलाया था। साथ ही उन उम्‍मीदवारों की हार को बढ़ावा दिया था जो चीन के प्रति सख्‍त रुख रखते हैं।

यह खबर भी पढ़ें: 'मेरे बॉयफ्रेंड ने बच्चे को जन्म दिया, उसे नहीं पता था वह प्रेग्नेंट है'

कनाडा की चुनाव आयुक्‍त कैरोलिन सिमार्ड ने संसदीय समिति से कहा, 'यह समीक्षा इसलिए हो रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्‍या किसी हस्‍तक्षेप का ठोस सबूत है या नहीं।' यही नहीं संघीय सरकार की ओर से प्रकाशित की गई रिपोर्ट में माना गया है कि चीन ने कनाडा के चुनाव में हस्‍तक्षेप का प्रयास किया था। हालांकि उसने अपने निष्‍कर्ष में यह भी कहा कि चीन हस्‍तक्षेप के प्रयास में असफल रहा। कनाडा की खुफिया एजेंसी के प्रमुख डेविड विगनेअल्‍ट ने सुनवाई के दौरान कहा था कि चीन की सत्‍तारूढ कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के यूनाइटेड फ्रंट वर्क डिपार्टमेंट के पास चीन के विदेश मंत्रालय से ज्‍यादा बजट है। इसी डिपार्टमेंट पर विदेशों में हस्‍तक्षेप का आरोप है। उन्‍होंने कहा, 'यही वजह है कि चीन के राष्‍ट्रपति यूनाइटेड फ्रंट वर्क डिपार्टमेंट को जादुई हथियार करार देते हैं।'

Download app : अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप

From around the web