मशहूर कवि पाब्लो नेरूदा की मौत को लेकर हुआ बड़ा खुलासा, जहर देकर की थी नोबेल विजेता की हत्या

नई दिल्ली। इंटरनेशनल फॉरेंसिक एक्पर्ट्स ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। 1973 में जब नोबेल विजेता और मशहूर कवि पाब्लो नेरूदा की मौत हुई तो उसकी वजह कैंसर बताई गई थी। तीन देशों कनाडा, डेनमार्क और चिली के फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स ने बताया की पाब्लो नेरूदा की मौत कैंसर नहीं बल्कि जहर देने से हुई थी। इस नतीजे पर पहुंचने के लिए उन्होंने लगभग 10 साल जांच की है। ये रिपोर्ट चिली के जज को सौंपी गई है। इसमें बताया गया है कि नेरूदा की बॉडी में एक जहरीले किस्म का बैक्टिरिया मिला है। जो न्चुयरैली किसी शरीर में मौजूद नहीं रहता। ये मौत होने से पहले उनके शरीर में था।
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चिली की जज पाओला प्लाजा ने सैंटिआगो में रिपोर्टर्स को बताया है कि उन्होंने अभी रिपोर्ट नहीं देखी है। उन्होंने कहा, वैज्ञानिकों ने जो रिपोर्ट सौंपी है वो काफी लंबी मेरे लिए इतना जल्दी उसे पढ़ना मुमकिन नहीं है। वहीं, जब उनसे पूछा गया कि क्या रिपोर्ट के बाद पाब्लो नेरूदा की मौत का केस फिर से ओपन किया जाएगा। तो उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया। वहीं इस रिपोर्ट के आधार पर नेरूदा के रिश्तेदार उनकी मौत से जुड़े केस को फिर शुरू करवाना चाहते हैं।
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आपको बता दे, 1973 में जब चिली में तख्तापलट हुआ उस समय पाब्लो नेरूदा अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने उस दिन अपने ड्राइवर को कहा था कि वो देश छोड़कर मैक्सिको जाना चाहते हैं। नेरूदा ने यह कहकर ड्राइवर को घर से उनका सामना लाने के लिए भेज दिया। लेकिन देश छोड़ने से 5 घंटे पहले ही उनकी मौत हो गई। नेरूदा के भतीजे रोडोल्फ रेयेज का मानना है कि उनकी हत्या की गई थी।
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