बड़ा खुलासा टीटीपी और पूर्व आईएसआई चीफ पर, यह दावा किया PAK के मंत्री ने

पाकिस्तान के एक मंत्री ने रविवार को कहा कि आईएसआई के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान सदस्यों को देश में वापस लाना चाहते थे, लेकिन योजना सफल नहीं हुई।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान इन दिनों तहरीक-ए-तालिबान के हमलों से परेशान है। इस बीच तहरीक-ए-तालिबान को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। पाकिस्तान के एक मंत्री ने रविवार को कहा कि आईएसआई के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के सदस्यों को देश में वापस लाना चाहते थे, लेकिन उनकी योजना निष्फल हो गई। संघीय मानवाधिकार मंत्री रियाज पीरजादा ने यह बात डॉन न्यूज के कार्यक्रम में कही।
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निजी बैठक की बात
पीरजादा ने दावा किया कि एक निजी बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें सेना के जनरलों ने पाकिस्तान में टीटीपी सदस्यों के 'पुनर्वास' का प्रस्ताव दिया था। मंत्री के हवाले से डॉन अखबार की खबर में कहा गया कि उस समय जनरल फैज ने सुझाव दिया था कि उन्हें (टीटीपी) मुख्यधारा में लाया जाना चाहिए, लेकिन यह निष्फल हो गई। उन्होंने आगे कहा कि हालांकि, बिलावल भुट्टो जरदारी और शहबाज शरीफ ने इस पर बातचीत की... उन्होंने कहा कि कई लोकप्रिय नेताओं की टीटीपी द्वारा हत्या की गई है, जिनमें बेनजीर भुट्टो साहिबा भी शामिल हैं।
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कई हमले कर चुका है टीटीपी
बता दें कि हाल के दिनों में टीटीपी पाकिस्तान के ऊपर हमलावर है। पेशावर के मस्जिद में टीटीपी ने जोरदार हमले को अंजाम दिया था। इस हमले में करीब 80 पुलिसवाले मारे गए थे। इसके अलावा कराची में पुलिस मुख्यालय पर भी टीटीपी ने एक घातक हमले को अंजाम दिया है। इसके अलावा टीटीपी ने पाकिस्तान पुलिस के लिए चेतावनी भी जारी की है। इसमें कहा गया है कि पुलिस, टीटीपी और आर्मी की लड़ाई के बीच न आए।
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