दुनिया की टेंशन बढ़ाई चमगादड़ से फैलने वाले एक और वायरस ने, भारत के लिए कितना खतरनाक? जानें

 
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Marburg Virus: विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने मारबर्ग वायरस को लेकर चिंता जाहिर की है। एक्सपर्ट का कहना है कि ये घातक वायरस चमगादड़ों से इंसानों तक पहुंचता है। संक्रमण मरीज को तेज बुखार होता है। हालात बिगड़ने पर मरीज की जान भी जा सकती है।

 

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के बाद एक और खतरनाक वायरस ने दुनिया की टेंशन बढ़ा दी है। मारबर्ग वायरस से अफ्रीक के देश इक्वेटोरियल गिनी में अब तक कम से कम 9 लोगों की जान जा चुकी। ये वायरस इबोला से काफी मिलते-जुलते है और इस भी ज्यादा माना जा रहा है। फिलहाल इसकी कोई वैक्सीन मौजूद नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी मारबर्ग वायरस को लेकर चिंता जाहिर की है। वहीं भारत के हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस नए वायरस आउटब्रेक में ज्यादा मॉरटैलिटी रेट है। इंसानों में ये गंभीर संक्रमण पैदा कर सकता है। फिलहाल इस वायरस के संक्रमण को रोक लिया गया है। इस वजह से भारत में इतनी चिंता की बात नहीं है।

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एएनआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक मारबर्ग चमगादड़ों से इंसानों में डायरेक्ट कॉन्टैक्ट या बॉडी फ्लूइड से फैल सकता है। मेदांता के डॉ। सुशीला कटारिया का कहना है कि मारबर्ग एक रेयर और काफी खतरनाक वायरस है। वायरस के संपर्क में आने वाले मरीज को तेज बुखार होता है। इस केस में जल्दी बीमारी का पता लगाने और फौरन इलाज की जरूरत होती है। गंभीर संक्रमण में मरीज की मौत भी हो सकती है। अगर किसी में मारबर्ग वायरस के लक्षण नजर आते हैं तो उसे फौरन चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए।

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जानें कितना खतरनाक है मारबर्ग वायरस
WHO का कहना है कि मारबर्ग एक बेहद घातक वायरस है, जो चमगादड़ों से लोगों में पहुंचता है और फिर एक व्यक्ति से दूसरे में फैल जाता है। इससे संक्रमित व्यक्ति को रक्तस्रावी बुखार (Haemorrhagic Fever) आता है और धीरे-धीरे उसकी स्थिति गंभीर हो जाती है। डब्ल्यूएचओ ने बताया कि अब तक सामने मिले मरीज़ों में से 88 फीसदी की मौत हो गई।

विश्व स्वास्थ्य संगठन की अफ्रीका ईकाई के निदेशक डॉ। मतशिदिसो मोइति ने बताया, ‘मारबर्ग वायरस बहुत ज्यादा संक्रामक है, जो कि इबोला वायरस की फैमिली से ही संबंध रखता है। यह वायरस इंसानों में फ्रूट बैट से पहुंचा है और इससे संक्रमित लोगों की मृत्यु दर 88 प्रतिशत है। इस वायरस से संक्रमित होने के बाद अचानक लक्षण दिखने शुरू होते हैं।’

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मारबर्ग वायरस के लक्षण
अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) का कहना है कि मारबर्ग वायरस के लक्षण मरीज में 2 से लेकर 21 दिनों की अवधि के बीच अचानक शुरू होते हैं। इसके प्रमुख लक्षण बुखार, ठंड लगना, सिर दर्द होते हैं। इन लक्षणों के कुछ दिनों बाद छाती, पीठ और पेट पर दाने निकल आते हैं। इसके अलावा उल्टी, सीने में दर्द, गले में खराश, पेट में दर्द और दस्त इस वायरस के लक्षण हो सकते हैं।

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