पीएम मोदी का एक और दोस्त चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की शरण में, फ्रांस के मैंक्रो ने मिलाया हाथ

China France News: फ्रांस (France) के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो (Emmanuel Macron) इस समय चीन (China) में हैं। मैंक्रो ने यहां पर अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग (Xi Jinping) से मुलाकात की। जिनपिंग हाल ही में रूस (Russia) के दौरे पर हैं और ऐसे में मैंक्रो का यह दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बीजिंग। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक और दोस्त चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की शरण में हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो इस समय चीन के दौरे पर हैं। मैंक्रो गुरुवार को चीन पहुंचे हैं और यहां पर उन्हें रेड कारपेट वेलकम दिया गया। मैंक्रो यहां पर जिनपिंग से जो अपील करने के लिए पहुंचे हैं, वह सफल हो पाएगी या नहीं, इस बारे में कुछ लोगों को शंकाएं हैं। मैंक्रो चाहते हैं कि जिनपिंग यूक्रेन जंग में रूस का समर्थन न करें और विशेषज्ञों को यह संभव नहीं लगता है।
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शांति का रास्ता तलाशेगा चीन
बीजिंग में मैंक्रो ने जो भाषण दिया उसमें कहा, कि चीन, यूक्रेन जंग में शांति का रास्ता तलाशने में बड़ा रोल अदा कर सकता है। इसके साथ ही फ्रेंच राष्ट्रपति ने चीन के उस कदम का स्वागत किया जिसमें जिनपिंग ने जंग का एक समाधान तलाशने की इच्छा जताई है। मैंक्रो तीन दिन के दौरे पर चीन पहुंचे हैं। बीजिंग के ग्रेट हॉल के बाहर जिनपिंग और उनका हैंडशेक तस्वीरों में छाया हुआ है।
जिनपिंग ने चीन और फ्रांस के झंडे के साथ ही रेड कारपेट पर मैंक्रो का स्वागत किया। साथ ही दोनों देशों का राष्ट्रगान भी इस दौरान बज रहा था। चीन पहुंचने के बाद मैंक्रो ने मीडिया से कहा, 'चीन की दिलचस्पी स्थायी युद्ध में नहीं है और ऐसे में वह इसे खत्म करने में प्रमुख भूमिका निभा सकता है।'
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चीन का रुख तटस्थ
चीन पर यूक्रेन जंग की वजह से पश्चिमी देशों की तरफ से दबाव बढ़ता जा रहा है। हालांकि अभी तक इस जंग में चीन की रुख तटस्थ है और उसने हमले के लिए रूस की निंदा नहीं की है। हाल ही में जब जिनपिंग, मॉस्को पहुंचे थे तो उन्होंने पुतिन के साथ मीटिंग के बाद दोनों देशों के मजबूत संबंधों की पुष्टि की थी। जबकि अभी तक जिनपिंग ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्करी से फोन पर बात नहीं की है। फ्रांस के राष्ट्रपति मैंक्रो के साथ यूरोपियन कमीशन की चीफ उर्सुला वॉन डेर लेयेन भी थीं। मैंक्रो चाहते हैं कि उर्सुला, यूक्रेन पर यूरोप की आवाज बनें।
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पीएम से भी हुई मीटिंग
उर्सुला का चीन आना उनके इसी मकसद को पूरा करता है। गुरुवार की सुबह मैंक्रो ने ग्रेट हॉल में चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग से भी मुलाकात की है। मैंक्रो ने इस बात पर जोर दिया कि चीन और फ्रांस के बीच मुश्किल हालात में बातचीत होती रहनी चाहिए। उनका कहना था कि एक सामान्य विश्लेषण साझा करने और एक सामान्य मार्ग बनाने की क्षमता बहुत जरूरी है। बातचीत के बाद दोनों नेताओं की तरफ से मीडिया में साझा बयान जारी किया गया। इसके बाद जिनपिंग, वॉन डेर लेयेन के साथ मीटिंग करेंगे और फिर डिनर आयोजित किया जाएगा।
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