यूक्रेन को रूस से लड़ने के लिए समय पर हथियारों की सप्लाई नहीं कर पा रहा अमेरिका, 17 हजार करोड़ का है कॉन्ट्रैक्ट

नई दिल्ली। अमेरिका यूक्रेन को रूस से लड़ने के लिए हथियारों की सप्लाई नहीं कर पा रहा है। इसका खुलासा वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में हुआ है। इसमें बताया गया है कि पिछले कुछ समय से अमेरिकी कंपनियां यूक्रेन की मांग के मुताबिक रॉकेट मोटर नहीं बना पा रही हैं। इससे सप्लाई चेन में दिक्कत आ रही है।
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वहीं, यूक्रेन जंग की वजह से हथियार बनाने वाली अमेरिकी कंपनियों की बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 18 अप्रैल को रिलीज की गई रिपोर्ट में हिमरास मिसाइल सिस्टम बनाने वाली लॉकहीड कंपनी ने बताया कि साल की पहली तिमाही में उसने एक लाख करोड़ रुपए की कमाई की है। हालांकि, प्रोडेक्शन में दिक्कत आने से वो GMLRS प्रोजेक्टाइल यूक्रेन नहीं भेज पा रहे हैं।
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तो वहीं, आपको बता दें, अमेरिका ने बीते दिन यूक्रेन के लिए 26 लाख करोड़ की सैन्य सहायता की घोषणा की है। इसके तहत उसे आर्टिलरी के राउंड और हिमरास के लिए रॉकेट दिए जाएंगे। ये अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को दिया जाने वाला हथियारों को 36वां पैकेज होगा। न्यूज वेबसाइट वॉयस ऑफ अमेरिका के मुताबिक ये पैकेज जल्द ही यूक्रेन पहुंचेगा।
रिपोर्ट के मुताबिक GMLRS प्रोजेक्टाइल का इस्तेमाल हिमारस मिसाइल सिस्टम में किया जाता है। ये हिमरास में लगने वाली मिसाइल और रॉकेट होते हैं। दरअसल, अमेरिका ने रूस से लड़ने के लिए यूक्रेन को 38 हिमरास मिसाइल सिस्टम दिए हैं। जो अब बिना प्रोजेक्टाइल के बेकार साबित होंगे।
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रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन को अमेरिका से अब तक 5 हजार से ज्यादा प्रोजेक्टाइल मिले हैं। वहीं, पिछले हफ्ते ही एयरोजेट कंपनी से पेंटागन ने 17 हजार करोड़ रुपए का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है। इसके बावजूद रॉकेट मोटर बनाने वाली ये कंपनी मार्टीन लॉकहीड को रॉकेट मोटर नहीं दे पा रही है। कंपनी का कहना है कि वो अभी भी पिछले साल फैक्टरी में लगी आग से उभर रहे हैं।
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