Pakistan: एक भारतीय पैदल जाना चाहता है हज, पाकिस्तानी शख्स ने किया सुप्रीम कोर्ट का रुख, जानिए क्या है पूरा मामला

वह यात्रा के दौरान पाकिस्तान, ईरान, इराक और कुवैत से गुजरने वाला था। हालांकि, पाकिस्तान के आव्रजन अधिकारियों ने अक्टूबर में वाघा सीमा पर उसे रोक दिया, क्योंकि उसके पास वीजा नहीं था।
नई दिल्ली। Pakistan News: पाकिस्तान में एक व्यक्ति इस बात की लड़ाई लड़ रहा है कि भारत में रहने वाले एक मुसलमान हज के लिए जा सके। दरअसल पाकिस्तान के एक व्यक्ति ने बुधवार को उच्चतम न्यायालय में लाहौर उच्च न्यायालय के उस फैसले को चुनौती दी, जिसमें 29-वर्षीय एक भारतीय नागरिक के लिए ‘ट्रांजिट वीजा’ का अनुरोध करने वाली याचिका खारिज कर दी गई थी।
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बता दें कि एक भारतीय व्यक्ति हज के लिए सऊदी अरब जाना चाहता है। वह पाकिस्तान से होते हुए पदयात्रा कर मक्का तक जाना चाहता है।
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याचिकाकर्ता एवं लाहौर निवासी सरवर ताज ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। अपनी याचिका में उन्होंने दलील दी कि पाकिस्तान सरकार ने गुरु नानक देव की जयंती के दौरान काफी संख्या में भारतीय सिखों को वीजा जारी किया था और देश (पाकिस्तान) में स्थित पवित्र स्थलों की यात्रा के लिए हिंदुओं को यह सुविधा प्रदान की थी। उन्होंने कहा कि इसी आधार पर उस व्यक्ति को भी ‘ट्रांजिट वीजा’ देना चाहिए जो हज के लिए जाना चाहता है।
शिहाब ने आव्रजन अधिकारियों के समक्ष दलील दी थी कि वह पैदल ही हज पर जा रहा है और उसने 3,000 किमी की दूरी तय कर ली है तथा उसे मानवीय आधार पर देश में प्रवेश करने की अनुमति दी जाए।
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कौन है वो व्यक्ति जो हज पर जाना चाहता है
भारत के केरल के रहने वाले शिहाब चोत्तुर का लक्ष्य है कि वो साल 2023 तक पैदल यात्रा कर मक्का पहुंचे। इसके लिए उन्होंने अपने गृह नगर से पैदल यात्रा शुरू की है। वह यात्रा के दौरान पाकिस्तान, ईरान, इराक और कुवैत से गुजरने वाला था। हालांकि, पाकिस्तान के आव्रजन अधिकारियों ने अक्टूबर में वाघा सीमा पर उसे रोक दिया, क्योंकि उसके पास वीजा नहीं था।
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