बस 10 दिनों में चीन में चरम पर होगा कोरोना!, एक दिन में 37 लाख मामलों का अनुमान

चीन में अभी कोरोना का पीक नहीं आया है। रिसर्च फर्म एयरफिनिटी के मुताबिक 13 जनवरी को पहला पीक आ सकता है जब 37 लाख लोग संक्रमित होंगे और 25 हजार लोगों की मौत हो जाएगी।
बीजिंग। चीन में कोविड की तबाही अभी थमने वाली नहीं है। यहां अब भी बहुत तेजी से लोग संक्रमित हो रहे हैं और बड़ी संख्या में लोगों की जान जा रही है। यूके की एक रिसर्फ फर्म एयरफिनिटी के मुताबिक चीन में अभी कोरोना की इस लहर का पीक नहीं आया है। 13 जनवरी को पहला पीक आएगा जबकि चीन में कम से कम 37 लाख लोग एक ही दिन में संक्रमित होंगे। इसके अलावा एक दिन में करीब 25 हजार लोगों की मौत होगी। कंपनी के अैलिसिसि के मुताबिक दिसंबर से जनवरी तक मरने वालों की संख्या 5 लाख 84 हजार हो जाएगी। वहीं अप्रैल के आखिरी तक इसमें 17 लाख का इजाफा हो जाएगा।
विज्ञापन: "जयपुर में निवेश का अच्छा मौका" JDA अप्रूव्ड प्लॉट्स, मात्र 4 लाख में वाटिका, टोंक रोड, कॉल 8279269659
कंपनी की मानें तो ये आंकड़े बहुत ही डराने वाले हैं। एयरफिनिटी के मॉडल बेस डेटा के मुताबिक चीन में जीरो कोविड पॉलिसी मे ढील देने के बाद संक्रमण तेजी से बढ़ा है। कहा गया है कि इस लहर का दूसरा पीक 3 मार्च तक आ सकता है। वहीं स्थिति मई में जाकर नियंत्रण में आएगी। वैज्ञानिकों का कहना है कि पहली पीक वहीं आएगा जहां अभी केस तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके अलावा दूसरा पीक चीन के अन्य प्रांतों में आएगा। कंपनी का कहना है कि चीन की राजधानी बीजिंग में कोरोना की पीक आ चुका है। आने वाले कुछ दिनों में यहां सबसे ज्यादा मौतें होने वाली हैं।
यह खबर भी पढ़ें: 'दादी के गर्भ से जन्मी पोती' अपने ही बेटे के बच्चे की मां बनी 56 साल की महिला, जानें क्या पूरा मामला
मरीजों से पटे पड़े हैं अस्पताल
नवंबर में चीन ने जनता के प्रदर्शन को देखते हुए जीरो कोविड पॉलिसी में ढील दी थी। इसके बाद ही अस्पतालों और शव गृहों में मरीजों और लाशों की बाढ़ आ गई। अस्पतालों के बाहर लोग सड़कों पर पड़े मिले। वहीं शवगृहों के बाहर भी लंबी कतार देखने को मिल रही है। स्वास्थ्य जानकारों का कहना है कि शी जिनपिंग की सरकार ने नियमो में ढील तो दी लेकिन कोरोना से निपटने के लिए वह तैयार नहीं थी। अस्पतालों में पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी।
यह खबर भी पढ़ें: महिला टीचर को छात्रा से हुआ प्यार, जेंडर चेंज करवाकर रचाई शादी
बढ़ सकता है खतरा
चीन के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले बुजुर्गों को ज्यादा दिक्कत हुई। गांवों में चिकित्सा की पर्याप्त सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं थीं। वहीं नए साल के मौके पर कई जगहों से लोग अपने घर पहुंच रहे हैं। ऐसे में खतरा और ज्यादा बढ़ गया है। वहीं चीन का यह आलम है कि वह सही आंकड़े सामने रख ही नहीं रहा है। एक तरफ हजारों लोगों की रोज मौत हो रही है तो दूसरी तरफ 30 दिसंबर के बाद उसने अपने आधिकारिक आंकड़े में केवल एक मौत जोड़ी है।
यह खबर भी पढ़ें: 'मेरे बॉयफ्रेंड ने बच्चे को जन्म दिया, उसे नहीं पता था वह प्रेग्नेंट है'
एयरफिनिटी का कहना है कि इस समय चीन में रोज करीब 9 हजार लोगों की मौत हो रही है। इसके अलावा 1 दिसंबर से अब तक करीब 1 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 18 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं। डब्लूएचओ ने भी चीन की सरकार से कहा है कि वह रियलटाइम जानकारी उपलब्ध करवाए ताकि इस खतरे से निपटा जा सके। चीन में अब जांच भी ज्यादा नहीं हो रही है। इसलिए चीन के कोई भी आंकड़े भरोसा करने वाले नहीं हैं। अब भारत समेत अमेरिका, साउथ कोरिया, इटली, जापान, ताइवान और अन्य कई देशों ने चीन से आने वाले लोगों के लिए कोविड टेस्ट अनिवार्य कर दिया है।
Download app : अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप