रूस और यूक्रेन के बाद अब जंग हो सकती है फिलिस्तीन-इजरायल में! दोनों देशों की सेना आमने-सामने

Israel vs Palestine: इजरायल और फिलिस्तीन की दुश्मनी कोई नई नहीं है। वर्षों से देनों देशों के बीच सीमा पर हिंसक झड़पें होती रहती हैं। मगर एक दिन पहले ही इजरायली सेना द्वारा 9 फिलिस्तीनियों को मार गिराए जाने के बाद दोनों देशों में रूस और यूक्रेन जैसा युद्ध छिड़ने की आशंका बढ़ गई है।
नई दिल्ली। Israel vs Palestine: इजरायल और फिलिस्तीन की दुश्मनी कोई नई नहीं है। वर्षों से देनों देशों के बीच सीमा पर हिंसक झड़पें होती रहती हैं। मगर एक दिन पहले ही इजरायली सेना द्वारा 9 फिलिस्तीनियों को मार गिराए जाने के बाद दोनों देशों में रूस और यूक्रेन जैसा युद्ध छिड़ने की आशंका बढ़ गई है। अपने 9 लोगों के मारे जाने के बाद फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने तीन दिनों के शोक की घोषणा की है। साथ ही झंडे को आधा झुकाने का आदेश दिया है। इसके साथ ही उन्होंने इजरायल से बदला लेने की बात कही है। इसके बाद इजरायली सेना ने सीमा पर सतर्कता को बढ़ा दिया है। फ़िलिस्तीनी अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी आवाज़ उठाने का आह्वान किया है।
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बताया जा रहा है कि वेस्ट बैंक के जेनिन शरणार्थी शिविर में एक छापे में एक बुजुर्ग महिला सहित नौ फिलिस्तीनियों की कथित तौर पर हत्या के बाद इजरायली सेना वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी के आसपास हाई अलर्ट पर है। गाजा पट्टी पर शासन करने वाले फिलिस्तीनी सशस्त्र समूह हमास ने इजराल से प्रतिशोध का आह्वान किया है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार हमास के राजनीतिक ब्यूरो के उप प्रमुख सालेह अल-अरुरी ने एक बयान में कहा कि प्रतिक्रिया जल्द ही इजरायल को उसकी सुबह की कीमत चुकाने के लिए मजबूर करेगी।
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इजरायल में सरकार बदलते ही तेज हुआ संघर्ष
इजरायल में अब धुर-दक्षिणपंथी सरकार सत्ता में आ गई है। इसके बाद उसने फलस्तीनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का संकल्प लिया है। अभियान में 9 फिलिस्तीनियों की मौत इसी कार्रवाई का नतीजा है। मगर इससे फिलिस्तीन की सरकार भड़क उठी है। ऐसे में दोनों देशों के बीच जंग की आशंका बढ़ गई है। फिलिस्तीन इजरायल से अपने नागरिकों की मौत का बदला लेना चाहता है। ऐसे में युद्ध तय माना जा रहा है। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्री मे अल-कैला ने कहा कि इजरायली हमले के बाद पैरामेडिकल कर्मी संघर्ष के बीच घायलों तक पहुंचने के लिए संघर्षरत थे। अधिकारियों ने सेना पर एक अस्पताल के बाल चिकित्सा वार्ड में आंसू गैस के गोले दागने का आरोप लगाया, जिससे बच्चों का दम घुटने लगा।
सेना ने कहा कि बलों ने अपने अभियान को सुविधाजनक बनाने के लिए सड़कों को बंद कर दिया और हो सकता है कि उससे बचाव दल को घायलों तक पहुंचने के प्रयासों में कठिनाई हुई हो। फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले मृतकों में से एक की पहचान 24 वर्षीय साएब अज़रीकी के रूप में की थी, जिसे गोली लगने के बाद गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था और उसकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। फ़तह से संबद्ध एक सशस्त्र मिलिशिया समूह अल-अक्सा मार्टर्स ब्रिगेड ने मृतकों में से एक की पहचान इज़्ज़ अल-दीन सलाहात के तौर पर की जो लड़ाका था। मंत्रालय ने कहा कि कम से कम 20 लोग घायल हुए हैं।
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पीएम नेतन्याहू ने सेना को किया सतर्क
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सेना को अलर्ट कर दिया है। गाजापट्टी क्षेत्र में इजरायली सेना की सतर्कता बढ़ा दी गई है। वेस्ट बैंक में इजरायल की सेना मजबूती के साथ डटी है। वायुसेना भी दक्षिण में अलर्ट मोड पर है। गाजापट्टी के आसपास के शहरों में इजरायल ने अपने समस्त कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। आशंका है कि फिलिस्तीन की ओर से जवाबी रॉकेट हमले किए जा सकते हैं। पीएम नेतन्याहू ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए इजरायली सेना को तैयारी बढ़ाने के निर्देश दे दिया है। वहीं संयुक्त राष्ट्र के मध्यपूर्व एशिया के विशेष समन्वयक टोर वेंसलैंड ने दोनों देशों से शांति की अपील की है।
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