केंद्रीय कारागार अलवर में ‘आशाएं दा फिलिंग स्टेशन’ का शिलान्यास, बन्दी करेंगे पेट्रोल पम्प का संचालन

बन्दी व उनके परिवार के लिए ससम्मान जीवन यापन करने के साथ, समाज की मुख्यधार से जुडने के लिए यह प्रयास अहम कड़ी साबित होगा। 
केंद्रीय कारागार अलवर में ‘आशाएं दा फिलिंग स्टेशन’ का शिलान्यास, बन्दी करेंगे पेट्रोल पम्प का संचालन

जयपुर। कारागार विभाग की बन्दियों को रोजगार से जोडने एवं आमजन को सुविधा उपलब्ध कराने की अभिनव पहल के तहत केंद्रीय कारागार परिसर अलवर में पेट्रोल पम्प ‘आशाएं दा फिलिंग स्टेशन’ का शिलान्यास पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेन्द्र सिंह एवं कारागार विभाग मंत्री टीकाराम जूली ने किया।

विज्ञापन: "जयपुर में निवेश का अच्छा मौका" JDA अप्रूव्ड प्लॉट्स, मात्र 4 लाख में वाटिका, टोंक रोड, कॉल 8279269659

इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंह एवं कारागार विभाग मंत्री जूली ने कहा कि कारागार विभाग की इस पहल से खुली जेल में रहने वाले अच्छे चाल-चलन व आचरण वाले बन्दियों को उनकी योग्यतानुसार रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। बन्दी व उनके परिवार के लिए ससम्मान जीवन यापन करने के साथ, समाज की मुख्यधार से जुडने के लिए यह प्रयास अहम कडी साबित होगा। इस पेट्रोल पम्प का संचालन बन्दियों द्वारा ही किया जाएगा जिसकी मॉनिटरिंग कारागार मॉनिटरिंग समिति द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस पेट्रोल पम्प के शुरू होने पर शहरवासियों की सुविधाओं में विस्तार होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न नवाचारों के माध्यम से जेल के बंदियों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रही है। वहीं खुली जेल में रहने वाले कैदियों को इन नवाचारों के माध्यम से समाज की मुख्यधारा में जोडने का कार्य किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने कारागार परिसर में पौधारोपण किया।

यह खबर भी पढ़ें: ये अभिनेत्री 700 से ज्यादा पुरुषों के साथ बना चुकी है संबंध, खुद किया खुलासा, कहा- इसके लिए नहीं हूं शर्मिंदा

केंद्रीय कारागार के अधीक्षक प्रदीप लखावत ने बताया कि कारागार विभाग एवं इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लि. के सहयोग से केंद्रीय कारागार परिसर में ‘आशाएं’ संस्था द्वारा यह पेट्रोल पम्प संचालित होगा। प्रथम चरण में पेट्रोल और डीजल एवं द्वितीय चरण में सीएनजी भी यहां उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि करीब डेढ से दो माह में यह पेट्रोल पम्प प्रारम्भ हो जाएगा। उन्होंने बताया कि पेट्रोल पम्प के लिए चयनित भूमि पर से हटाए गए वृक्षों की जगह जेल परिसर में कई गुना अधिक वृक्ष लगाए गए हैं जिनकी देखरेख जेल के बन्दियों द्वारा की जाएगी। 

इस दौरान स्थानीय जन प्रतिनिधि, केंद्रीय कारागार स्टाफ व बडी संख्या में आमजन उपस्थित थे।

Download app : अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप

From around the web