जेड+ सिक्योरिटी और कश्मीर में मस्ती... कौन है किरण पटेल ? सुरक्षा में PMO अफसर बनकर लगाई सेंध!

 
kiran patel

बीते दिनों जम्मू-कश्मीर में खुद को पीएमओ में शीर्ष अधिकारी बताने वाले किरणभाई पटेल को अरेस्ट किया गया था। आज उसकी पुलिस रिमांड खत्म हो रही है। आरोप है कि उसने केंद्र शासित प्रदेश में शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठकें कीं, LOC के साथ ही कई अहम स्थानों का दौरा किया और सरकारी आतिथ्य का आनंद भी उठाया।

 

नई दिल्ली। खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) का शीर्ष अधिकारी बताकर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा में सेंध लगाने वाले किरणभाई पटेल की आज पुलिस रिमांड खत्म हो रही है। खुफिया इनपुट मिलने पर पुलिस ने उसे तीन मार्च को अरेस्ट किया था। आरोप है कि उसने केंद्र शासित प्रदेश में शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठकें कीं। इतना ही नहीं LOC के साथ ही कई अहम स्थानों का दौरा किया और सरकारी आतिथ्य का आनंद भी उठाया। उसे एक लक्जरी होटल में कमरा भी दिया गया था।

विज्ञापन: "जयपुर में निवेश का अच्छा मौका" JDA अप्रूव्ड प्लॉट्स, मात्र 4 लाख में वाटिका, टोंक रोड, कॉल 8279269659

आरोपी के परिवार ने जताई राजनीतिक साजिश की आशंका
इस मामले में किरणभाई पटेल के वकील रेहान गोहर का कहना है कि उनके मुवक्किल ने बताया कि उनके साथ एक और शख्स था। पुलिस ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज किए और उक्त शख्स को पुलिस ने छोड़ दिया। किरण के परिवार ने बताया है कि इससे पहले एक बार जब वो (किरण) कश्मीर गए थे, तब सरकार की ओर से प्रॉपर डॉक्यूमेंटेशन हुआ था। इसमें राजनीतिक साजिश दिख रही है। वहीं, किरण के बयान के अनुसार, उस पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। मामले की जांच चल रही है। 

यह खबर भी पढ़ें: 'दादी के गर्भ से जन्मी पोती' अपने ही बेटे के बच्चे की मां बनी 56 साल की महिला, जानें क्या पूरा मामला

गुजरात के अहमदाबाद का रहने वाला है आरोपी
बता दें कि खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय का एडिशनल डायरेक्टर बताने वाला किरण पटेल अहमदाबाद का रहने वाला है। वो जेड प्लस सुरक्षा लेकर कश्मीर में घूम रहा था। पुलिस का आरोप है कि केंद्र शासित प्रदेश में गैरकानूनी काम किया है। उन संवेदनशील स्थानों का दौरा किया है, जहां आम आदमी नहीं जा सकता है। उसके पास से दस फर्जी विजिटिंग कार्ड और दो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468 और 471 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। 

यह खबर भी पढ़ें: महिला टीचर को छात्रा से हुआ प्यार, जेंडर चेंज करवाकर रचाई शादी

सीआईडी विंग ने पुलिस को दो मार्च को दी थी सूचना 
गौरतलब है कि 2 मार्च को जम्मू-कश्मीर पुलिस की सीआईडी विंग ने एक संदिग्ध के बारे में पुलिस को सूचना दी थी। इस पर एसएसपी श्रीनगर ने उसे पकड़ने के लिए एसपी पूर्वी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। अगले दिन यानी कि तीन मार्च को पुलिस ने किरणभाई पटेल को पकड़ा। पूछताछ के दौरान पुलिस को उसकी गतिविधियां और बातें संदिग्ध लगीं। इस पर उसे पुलिस स्टेशन ले जाया गया। 

यह खबर भी पढ़ें: 'मेरे बॉयफ्रेंड ने बच्चे को जन्म दिया, उसे नहीं पता था वह प्रेग्नेंट है'

शीर्ष अधिकारियों के साथ कई बैठकें कर चुका है
पुलिस का आरोप है कि किरणभाई पटेल ने खुद को पीएमओ का एडिशनल डायरेक्टर बताया। इतना ही नहीं केंद्र शासित प्रदेश में शीर्ष अधिकारियों के साथ वो कई बैठकें कर चुका है। बीते साल अक्टूबर महीने से वो कश्मीर घाटी का दौरा कर रहा था। गिरफ्तार होने से पहले वह नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब उरी में कमान पोस्ट से होते हुए श्रीनगर के लाल चौक तक पहुंचा था।

Download app : अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप

From around the web