खतरे के निशान के नजदीक यमुना, केजरीवाल ने बताया- किनारे बसे लोगों को कब निकालेंगे

नई दिल्ली। यमुना नदी चेतवानी के निशान के ऊपर बह रही है। सोमवार की दोपहर 2 बजे यमुना नदी का जलस्तर 204.5 मीटर के ऊपर चला गया। इधऱ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि यमुना में बढ़े जलस्तर की हम नजदीक से नजर रख रहे हैं। सीएम ने कहा है कि हालात पर हमारी नजर है। यमुना के बाढ़ग्रस्त इलाके में करीब 41,000 लोग रह रहे हैं। सीएम ने कहा है कि जब यमुना का जलस्तर 206 मीटर तक पहुंच जाएगा तब लोगों को इन इलाकों से निकाला जाएगा। इस मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार को यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर सकता है। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि यमुना के उस स्तर पर पहुंचने की संभावना नहीं है जिस स्तर पर लोगों को निकालने की जरूरत पड़े।
विज्ञापन: "जयपुर में निवेश का अच्छा मौका" JDA अप्रूव्ड प्लॉट्स, मात्र 4 लाख में वाटिका, टोंक रोड, कॉल 8279269659
सीएम केजरीवाल ने कहा है कि संबंधित अथॉरिटी को यह कहा गया है कि वो यमुना के बढ़ते जलस्तर पर लगातार नजर रखें और जरूरी ऐक्शन लें। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्विक रेस्पॉन्स टीमें और बोट्स तैनात किये गये हैं। दिल्ली सरकार ने 16 कंट्रोल रूम बनाए हैं। इसके अलावा एक सेंट्रल कंट्रोल रूम बनाया गया है ताकि यहां से यमुना के बढ़ते जलस्तर और बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील स्थानों पर नजर रखी जा सके।
यह खबर भी पढ़ें: 'दादी के गर्भ से जन्मी पोती' अपने ही बेटे के बच्चे की मां बनी 56 साल की महिला, जानें क्या पूरा मामला
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों को भरोसा दिलाया कि विशेषज्ञों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ की स्थिति संभवत: पैदा नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अप्रत्याशित बारिश ने लोगों के लिए समस्या पैदा कर दी है और दिल्ली की प्रणाली इसे झेलने में सक्षम नहीं थी। बारिश के बाद हर साल कुछ इलाकों में पानी भर जाता है और कुछ ही घंटों में पानी निकल जाता है, लेकिन 153 मिलीमीटर बारिश अप्रत्याशित है। ऐसा करीब 40 साल पहले हुआ था।
यह खबर भी पढ़ें: महिला टीचर को छात्रा से हुआ प्यार, जेंडर चेंज करवाकर रचाई शादी
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह केंद्रीय जल आयोग के संपर्क में हैं और उन्होंने दावा किया कि मौसम की भविष्यवाणियों से संकेत मिलता है कि भले ही और बारिश होगी, लेकिन भारी बारिश नहीं होगी। उन्होंने कहा कि बारिश की वजह से सड़कों पर कुछ गड्ढे हो गए होंगे। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए इन्हें पत्थरों से भरा जाएगा। हमने सड़क धंसने की घटनाओं की भी जांच के आदेश दिए हैं। नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद के अंतर्गत आने वाला क्षेत्र, जो एक वीवीआईपी क्षेत्र है, में जलभराव हो गया है। हमने उनसे (एनडीएमसी) समस्याओं को हल करने के लिए कहा है।
यह खबर भी पढ़ें: 'मेरे बॉयफ्रेंड ने बच्चे को जन्म दिया, उसे नहीं पता था वह प्रेग्नेंट है'
अरविंद केजरीवाल सरकार की मंत्री आतिशी मर्लेना ने इससे पहले मीडिया को बताया था कि हरियाणा से करीब 43,000 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया, जो अब बढ़कर लगभग तीन लाख क्यूसेक हो गया है। हमें लगता है कि मंगलवार को दोपहर के आसपास यमुना में जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच जाएगा। बता दें कि दिल्ली में यमुना का चेतावनी स्तर 204.50 मीटर, जबकि खतरे का स्तर 205.33 मीटर है।
Download app : अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप