अरब सागर विनाशकारी तूफानों का केंद्र क्यों बन रहा, कहां-कहां तबाही मचाएगा बिपरजॉय?

Cyclone Biparjoy Strom Latest Update: पिछले कुछ दशकों में देखा गया है कि अरब सागर में काफी खतरनाक तूफान बनने लगे हैं जबकि पहले ऐसा नहीं था। पहले बंगाल की खाड़ी को विनाशकारी तूफानों के लिए अधिक जिम्मेदार माना जाता था।
नई दिल्ली। Cyclone Biparjoy News: अरब सागर में बना चक्रवात तूफान बिपरजॉय अब विकराल रूप ले चुका है। बिपरजॉय भारत की ओर बढ़ रहा है, जो अगले दो दिनों में भारतीय तट से टकराएगा। अरब सागर में बिपरजॉय इस साल साल का बना पहला चक्रवाती तूफान है। वैज्ञानिकों का मानना है कि अरब सागर में जितने खतरनाक तूफान अभी बनने लगे हैं, पहले ऐसे नहीं बनते थे।
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क्या है साइक्लोन शब्द के पीछे की कहानी?
साइक्लोन शब्द साइक्लोस से बना है, जो ग्रीक शब्द से लिया गया है। साइक्लोस का अर्थ होता है कि सांप की कुंडली। वहीं, चक्रवात शब्द की खोज हेनरी पिडिंगटन ने की थी, जो एक ब्रिटिश अधिकारी थे। इस शब्द के पीछे की कहानी है कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में तूफान सांपों की कुंडली की तरह दिखाई देते हैं।
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किसने की थी चक्रवात की खोज?
कहा जाता है कि 18 के दशक में एक ब्रिटिश निजी कंपनी ने जनरल लॉर्ड कैनिंग के नाम पर सुंदरबन में बंदरगाह का निर्माण किया था। उसी समय हेनरी पिडिंगटन ने उसे चेतावनी दी थी कि एक उस इलाके में एक चक्रवात बन रहा है, जो सब कुछ खत्म कर देगा। पोर्ट बनने के 14 साल बाद उसकी चेतावनी सच साबित हुई और ऐसा तूफान आया, जो सब कुछ खत्म कर दिया।
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अरब सागर में क्यों हो रही है चक्रवात तूफानों में वृद्धि?
पिछले कई दशकों में देखा गया है कि अरब सागर में काफी खतरनाक तूफान बनने लगे हैं, जबकि पहले ऐसा नहीं था। पहले बंगाल की खाड़ी को विनाशकारी तूफानों के लिए अधिक जिम्मेदार माना जाता था, लेकिन अरब सागर में भी भीषण तूफान बनने लगे हैं। 1982 से 2000 के बीच अरब सागर में चक्रवात तूफानों में 52 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।
अरब सागर में चक्रवात तूफानों में वृद्धि के पीछे जलवायु परिवर्तन एक वजह माना जा रहा है। वैज्ञानिकों का मानना है कि पिछले कई दशकों में जलवायु परिवर्तन के कारण चक्रवातों में वृद्धि हुई है। उनका कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्र पर काफी असर पड़ा है। जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के कारण समुद्र का तापमान बढ़ रहा है।
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हाल के दिनों में अरब सागर में बने चक्रवात
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 1979 से लेकर 2022 तक अरब सागर में 11 चक्रवात तूफान बने हैं। इनमें से 2007 से 2022 के बीच छह चक्रवाती तूफान बने थे। वहीं, विनाशकारी चक्रवात तूफान 'निसर्ग' भी अरब सागर में ही बना था, 2020 में बना ये चक्रवात भीषण तबाही मचाई थी। साथ ही 2019 में आये 'वायु' तूफान भी अरब सागर में ही बना था।
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कैसे रखा जाता है चक्रवातों का नाम?
चक्रवात बिपरजॉय का नाम बांग्लादेश ने रखा है। हिंद महासागर क्षेत्र में इसकी शुरुआत 2004 में हुई। हिंद महासागर क्षेत्र के आठ देशों में भारत, बांग्लादेश, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, थाइलैंड और श्रीलंका शामिल हैं। इसके अलावा ईरान, कतर, सऊदी अरब और यूएई और यमन को को वर्ष 2019 में शामिल किया गया।
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