14 अगस्त को पाक में ही क्यों मनाया जाता है स्वतंत्रता दिवस? जिन्ना की थी प्लानिंग या कोई और वजह

 
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भारत और पाकिस्तान दोनों मुल्कों को एक ही दिन आजादी मिली थी। लेकिन, फिर ऐसा क्या हुआ कि पाकिस्तान एक दिन पहले 14 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। इसके पीछे कई थ्योरी हैं।


नई दिल्ली। अगस्त का महीना भारत और पाकिस्तान दोनों मुल्कों के लिए ब्रिटिश गुलामी से आजादी लेकर आया था। दोनों देशों को अंग्रेजी हुकूमत से आजाद हुए 77 साल पूरे हो रहे हैं। ऐसे कई तथ्य हैं कि भारत और पाकिस्तान को एक ही दिन आजादी मिली थी। लेकिन, फिर ऐसा क्या हुआ कि पाकिस्तान एक दिन पहले 14 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। इसके पीछे कई थ्योरी हैं, कोई कहता है कि इसके पीछे मोहम्मद अली जिन्ना थे तो कोई इसके पीछे पाक के पहले पीएम लियाकत अली का दिमाग बताता है। 

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जब ब्रिटिश हुकूमत ने भारत और पाकिस्तान दोनों मुल्कों के बंटवारे और आजादी की घोषणा की तब पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना ने अपने ऐतिहासिक रेडियो संबोधन में घोषणा की थी कि “15 अगस्त पाकिस्तान के स्वतंत्र और संप्रभु राज्य का जन्मदिन है। यह मुस्लिम राष्ट्र की नियति की पूर्ति का प्रतीक है जिसने पिछले कुछ वर्षों में अपनी मातृभूमि पाने के लिए महान बलिदान दिए हैं।'' इसलिए इसमें कोई संदेह नहीं कि भारत और पाकिस्तान को एक ही दिन स्वतंत्रता मिली थी। तो फिर पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस एक दिन पहले 14 अगस्त को क्यों मनाता है?

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लॉर्ड माउंटबेटन की योजना
पाकिस्तान के 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाने के पीछे एक कारण ब्रिटिश भारत के अंतिम वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन को बताया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि सत्ता हस्तांतरण की योजना शुरुआत में जून 1948 से पहले बनाई गई थी। फिर माउंटबेटन ने दोनों देशों को ऑफिशियल आजादी देने के लिए 15 अगस्त 1947 का दिन तय किया लेकिन, कार्यक्रमों की व्यवस्तता के चलते वह 14 अगस्त, 1947 को ही पाकिस्तान की आजादी की घोषणा के लिए मोहम्मद अली जिन्ना के पास हस्तांतरण के लिए कराची चले गए थे।

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लियाकत अली खान की कैबिनेट मीटिंग
दूसरी थ्योरी पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री लियाकत अली खान कैबिनेट के फैसले को मानती है। जून 1948 में पाकिस्तान के पहले प्रधान मंत्री लियाकत अली खान की अध्यक्षता में एक कैबिनेट बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया कि देश अपना स्वतंत्रता दिवस भारत से पहले मनाएगा। प्रस्ताव को जिन्ना ने मंजूरी दी और तारीख 14 अगस्त कर दी गई।

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रमजान का महीना
एक और वजह रमज़ान का धार्मिक महीना भी बताया जाता है। जानकार मानते हैं कि 14 और 15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि, रमज़ान के 27वें दिन के साथ मेल खाती थी। जिसे पवित्र महीने का एक शुभ दिन माना जाता है। इसलिए 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में लिया गया।

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एक अन्य वजह दोनों देशों में समय का अंतर भी बताया जाता है। पाकिस्तान मानक समय (पीएसटी) का भारतीय मानक समय (आईएसटी) से 30 मिनट आगे होना भी एक कारण बताया जाता है। चूंकि भारत 15 अगस्त को 00:00 बजे एक स्वतंत्र देश बन गया। वहीं, पाकिस्तान में स्थानीय समय 14 अगस्त को रात 11:30 बजे था, इसलिए पाकिस्तान में आजादी एक दिन पहले मनाई जाती है।

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