इस बार अमरनाथ गुफा की सुरक्षा का जिम्मा CRPF की जगह दिया ITBP को, गृह मंत्रालय का बड़ा फैसला

 
amarnath

Amarnath yatra 2023 : अमरनाथ यात्रा की शुरुआत एक जुलाई से होनी है। इसके लिए गृह मंत्रालय की तरफ से सुरक्षा से लेकर वहां श्रद्धालुओं को मिलने वाली सुविधाओं के संबंध में विस्तृत प्रबंध किए गए हैं।

 

नई दिल्ली। पिछले साल अमरनाथ यात्रा के दौरान गुफा के पास आई आपदा के चलते इस साल  गुफा की सुरक्षा के लिए आईटीबीपी को तैनात किया गया है। सीआरपीएफ से गुफा के समीप सुरक्षा की जिम्मेदारी ले ली गई है। एनडीआरएफ को भी इस बार सुरक्षा में लगाया गया है। गृह मंत्रालय में आज हुई उच्च स्तरीय बैठक के बाद यह फैसला लिया। गृह सचिव अजय भल्ला की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में आईटीबीपी के डीजी, बीएसएफ के डीजी, एनडीआरएफ के डीजी, सीआरपीएफ के डीजी के अलावा आईबी और रॉ चीफ मौजूद थे। अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को आज अंतिम रूप दिया गया। यात्रा की शुरुआत 1 जुलाई से होगी, जो अगले 62 दिनों तक चलेगी।

विज्ञापन: "जयपुर में निवेश का अच्छा मौका" JDA अप्रूव्ड प्लॉट्स, मात्र 4 लाख में वाटिका, टोंक रोड, कॉल 8279269659

रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू कश्मीर पुलिस और अमरनाथ श्राइन बोर्ड की तरफ से यह सलाह दी गई थी क‍ि आईटीबीपी के जवानों को गुफा की सुरक्षा में लगाया जाए। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपने मुद्दों को इस बैठक के दौरान उठाया। उनकी जरूरतों को देखते हुए सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती भी की जा रही है। बताया गया कि बीते साल अमरनाथ गुफा के पास आई बाढ़ के दौरान आईटीबीपी ने उसमें अहम भूमिका निभाई थी। आईटीबीपी  एक पहाड़ों पर काम करने वाली फॉर्स है, जिसे प्राकृतिक आपदा से निपटने की अच्छी समझ है।

यह खबर भी पढ़ें: 'मेरे बॉयफ्रेंड ने बच्चे को जन्म दिया, उसे नहीं पता था वह प्रेग्नेंट है'

आईटीबीपी पहाड़ों में काम करने में एक्सपर्ट
बता दें कि बीते साल अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना सामने आई थी। जिसके चलते वहां बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। काफी लोगों की इसमें मौत भी हो गई थी। तब आईटीबीपी की एक कंपनी को अमरनाथ यात्रा के दौरान तैनात किया गया था। उन्होंने लोगों की जान बचाने के लिए बेहद शानदार तरीके से राहत-बचाव का काम किया था। यही वजह है कि आईटीबीपी को इस बार गृह मंत्रालय ने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में अहम जिम्मेदारी सौंपी है।

Download app : अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप

From around the web