भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़क 82 घंटे से बंद; जगह-जगह फंसे यात्री

भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-लिपूलेख सड़क में 82 घंटे बाद भी आवाजाही सुचारू नहीं हो सकी है। सड़क बंद होने से व्यास वैली के सात गांवों का शेष दुनिया से संपर्क कटा है। सड़क खोलने में समय लगेगा।
पिथौरागढ़। भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-लिपूलेख सड़क में 82 घंटे बाद भी आवाजाही सुचारू नहीं हो सकी है। सड़क बंद होने से व्यास वैली के सात गांवों का शेष दुनिया से संपर्क कट गया है। बताया जा रहा है कि सड़क खुलने में एक से दो दिन का समय लग सकता है। वहीं जनपद में बारिश के बाद सीमांत की 13 सड़कें बंद हैं।
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जिससे 15 हजार से अधिक लोगों को खासी परेशानी हो रही है। बंद सड़कों के कारण लोगों के लिए घर तक खाद्य सामाग्री तक पहुंचाना चुनौती बन गया है। बंद सड़कों में नौ ग्रामीण व चार बीआरओ की सड़कें हैं। सोमवार को भी तवाघाट-लिपूलेख राष्ट्रीय राजमार्ग में आवाजाही ठप रही।
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक इस मार्ग में 28 जुलाई को सुबह एकाएक मलघट के समीप पहाड़ी दरकने से बड़े-बड़े बोल्डर गिर गए। तब से यह मार्ग बंद चल रहा है।इधर पिथौरागढ़-तवाघाट एनएच में भी दोबाट के समीप भारी मात्रा में मलबा सड़क पर गिर गया है। इसके अलावा सोबला सड़क भी बंद चल रही है।
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मलघाट में पोकलैंड के ऊपर मलबा गिरा
तवाघाट-लिपुलेख राष्ट्रीय राजमार्ग में मलघाट के समीप एक पोकलैंड के ऊपर भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर गिरा गया। सोमवार को ग्रीफ की पोकलैंड सड़क से मलबा हटा रही थी। इस दौरान एकाएक पहाड़ी दरक गई और मलबा सीधे पोकलैंड के ऊपर गिर गया। आपरेटर केएन यादव ने किसी तरह भागकर अपनी अपनी जान बचाई। इससे बड़ा हादसा होने से टल गया।
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धारचूला में 36 मिमी बारिश
पिथौरागढ़। सीमांत में रुक रुक हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक बीते 24 घंटे में जिला मुख्यालय के साथ ही धारचूला, मुनस्यारी में बारिश हुई। धारचूला में सबसे अधिक 36 एमएम बारिश दर्ज की गई है। इससे अलावा गंगोलीहाट, बेरीनाग, डीडीहाट में बारिश नहीं हुई।
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