अब राजनीति में एंट्री होगी सीमा हैदर की! RPI के संकेत तो कर रहे इशारा, क्या लड़ेगी चुनाव

Seema Haider Entry in politics: पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर के फिल्मों में रोल ऑफर के बाद अब पॉलिटिक्स में भी एंट्री की खबरें सामने आने लगी हैं। एनडीए की साझीदार आरपीआई ने इस संबंध में बड़े संकेत दिए हैं। पबजी गेम से सचिन के प्रेम में पड़ी सीमा पाकिस्तान से भारत तक का सफर तय कर चुकी है।
नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा तक प्रेम में पड़कर पहुंचने वाली पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर की पॉलिटिक्स में एंट्री के भी कयास लगाए जाने लगे हैं। भाजपा ही सहयोगी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया ने इस संबंध में बड़े संकेत दिए हैं। पाकिस्तान से चार बच्चों के साथ सीमा ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा गांव पहुंची है। चार साल पहले 2019 में पबजी गेम के जरिए रबूपुरा के सचिन मीणा और पाकिस्तान के करांची की रहने वाली सीमा हैदर एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। दोनों की दोस्ती प्रेम में बदली। इसके बाद सीमा पाकिस्तान से यूएई होते हुए नेपाल पहुंची। वहां से बस के जरिए ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा तक पहुंच गई। पिछले दिनों उसको लेकर लगातार चर्चा का माहौल गरमाया रहा है। उसके आईएसआई से संबंधों की जांच एजेंसियों की ओर से की गई। हालांकि, एजेंसियों को अब तक इस संबंध में कोई सबूत हाथ नहीं लगा है। सचिन के साथ शादी रचा लेने वाली सीमा को लेकर अब कई प्रकार के मामले सामने आ रहे हैं।
विज्ञापन: "जयपुर में JDA अप्रूव्ड प्लॉट्स आगरा रोड, मैन हाईवे पर उपलब्ध, कॉल 9314188188
सीमा हैदर को पिछले दिनों फिल्मों के ऑफर की खबर सामने आई। अब आरपीआई की ओर से उसको चुनावी मैदान में उतारे जाने की चर्चा की जा रही है। आरपीआई के राष्ट्रीय प्रवक्ता किशोर मासूम का इस संबंध में बयान सामने आया है। उन्होंने सीमा को अपनी पार्टी में शामिल करने की बात कही है। किशोर का कहना है कि अगर सीमा हैदर के खिलाफ तमाम जांच सही रहते हैं। वह निर्दोष पाई जाती है। उसके जासूस नहीं होने का मामला बनता है और अगर उसे भारत की नागरिकता मिल जाती है तो फिर पार्टी में सीमा को शामिल किया जा सकता है। आरपीआई यूपी महिला विंग का उसे अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
यह खबर भी पढ़ें: महिला टीचर को छात्रा से हुआ प्यार, जेंडर चेंज करवाकर रचाई शादी
जेवर के रहने वाले हैं किशोर
आरपीआई के राष्ट्रीय प्रवक्ता किशोर मासूस मूल रूप से जेवर के दयानतपुर गांव के रहने वाले हैं। यहां से रबूपुरा गांव कुछ ही दूरी पर स्थित है। उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले का करीबी माना जाता है। किशोर अपनी बात में आगे जोड़ते हुए सीमा हैदर की तुलना कई अन्य नेताओं से करते हैं। साथ ही कहते हैं कि अगर सीमा को भारत की नागरिकता मिलती है तो पार्टी के चुनाव चिह्न पर उसे मैदान में उतारा जा सकता है। इसके पीछे की वजह उसकी अच्छी वक्ता होना बताते हैं।
यह खबर भी पढ़ें: 'मेरे बॉयफ्रेंड ने बच्चे को जन्म दिया, उसे नहीं पता था वह प्रेग्नेंट है'
क्या सीमा लड़ सकती है चुनाव?सीमा हैदर के चुनावी मैदान में उतारने की बात आरपीआई नेता की ओर से की गई है। लेकिन, इसके लिए संवैधानिक प्रावधानों को जानना जरूरी है। भारत में चुनाव लड़ने के लिए सबसे पहली प्राथमिकता उम्मीदवार के भारतीय नागरिक होने का है। साथ ही, संबंधित व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में शामिल होना जरूरी है। लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए देश के किसी भी राज्य की मतदाता सूची में नाम होना जरूरी है। वहीं, विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार का नाम संबंधित राज्य के किसी भी जिले की मतदाता सूची में रहना जरूरी है। स्थानीय प्राधिकार या निकाय चुनाव लड़ने के लिए संबंधित क्षेत्र की मतदाता सूची में नाम होना जरूरी है। अभी सीमा हैदर भारत की नागरिक नहीं है, तो उस स्थिति में उसका चुनावी मैदान में उतरना संभव नहीं है।
Download app : अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप