ज्योति मौर्य केस: यू-टर्न लिया पति आलोक ने, पत्नी के खिलाफ दर्ज सभी शिकायतें लीं वापस

 
jyoti morya

बरेली में तैनात पीसीएस अफसर ज्योति मौर्य को बड़ी राहत मिली है। ज्योति के पति आलोक मौर्य ने पत्नी के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत को वापस ले लिया है। आलोक ने जांच कमेटी को लिखे लेटर में शिकायत वापस ली है।

 

प्रयागराज। बरेली में तैनात पीसीएस अफसर ज्योति मौर्य केस में नया मोड़ आ गया है। एसडीएम ज्योति मौर्य पर वित्तीय अनियमितता का गंभीर आरोप लगाने वाले उनके पति आलोक मौर्य ने सोमवार को यू-टर्न लेते हुए अपनी सभी शिकायतें वापस ले लीं हैं। जांच समिति के सामने दोपहर बाद पेश हुए आलोक महज 15 मिनट में ही कमरे से बाहर आ गए। बाहर आते ही आलोक ने मीडिया को बयान दिया कि उन्होंने अपनी शिकायत वापस ले ली। इस प्रकरण में वह आगे नहीं बढ़ना चाहते। 

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प्रतापगढ़ में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आलोक मौर्य ने बरेली में तैनात अपनी पीसीएस पत्नी ज्योति मौर्य पर प्रयागराज में तैनाती के दौरान वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप लगाए थे। शासन को भेजे शिकायती पत्र के साथ आलोक ने लाल डायरी देते हुए इसमें अनियमित लेनदेन का ब्योरा होने का आरोप लगाया था। आलोक की शिकायत पर शासन ने मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत को इस प्रकरण की जांच कराने के लिए कहा था। मंडलायुक्त ने अपर आयुक्त प्रशासन अमृत लाल बिंद, एडीएम प्रशासन हर्ष देव पांडेय और एससीएम प्रथम जयजीत कौर को जांच अधिकारी नामित किया था। 

जांच कमेटी ने आलोक को अगस्त के पहले सप्ताह में बयान दर्ज करने के लिए बुलाया था। कमेटी के सामने पहली बाए आए आलोक ने साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए 20 दिन का समय मांगा था। कमेटी ने उन्हें समय देते हुए 28 अगस्त को बुलाया था। माना जा रहा था कि सोमवार को आलोक अपने आरोप के समर्थन में कुछ साक्ष्य देंगे लेकिन आलोक ने आते ही सबसे चौंका दिया। दोपहर लगभग तीन बजे मंडलायुक्त कार्यालय में आलोक जांच समिति के सामने पेश हुए और एक पत्र देकर  अपनी सभी शिकायत वापस ले ली। लगभग 15 मिनट बाद वो जांच कमेटी के कक्ष से बाहर आए और मीडिया को भी यही बयान दिया। 

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अब शासन को भेजी जाएगी रिपोर्ट

आलोक के शिकायत वापस लेने के बाद मामला खत्म हुआ है या नहीं, इस पर निर्णय शासन लेगा। जानकारों का कहना है कि आलोक के आरोप गंभीर हैं। उन्होंने ज्योति मौर्य पर प्रयागराज में महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती के दौरान वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप लगाए हैं। आलोक ने शिकायत भले ही वापस ले ली हो, लेकिन उनकी ओर से उपलब्ध कराए गए दस्तावेज के आधार पर शासन जांच को आगे बढ़ा सकता है। ऐसे में अब शासन स्तर पर ही निर्णय लिया जाएगा कि शिकायत खत्म होगी या फिर जांच आगे चलेगी। 

आलोक मौर्य ने बताया, मैंने अपनी शिकायत वापस ले ली है। मैं इस प्रकरण पर आगे नहीं जाना चाहता हूं। मेरे ऊपर किसी प्रकार का दबाव नहीं है। 

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जांच समिति अध्यक्ष एडीएम प्रशासन अमृत लाल बिंद ने बताया, आलोक जांच समिति के सामने आए और लिखित प्रार्थना पत्र दिया कि वे अपनी शिकायत वापस ले रहे हैं। यह प्रकरण अब शासन को भेजा जाएगा। शासन का जैसा निर्देश होगा उसी के मुताबिक आगे कार्यवाही की जाएगी।

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