Parliament Session : शीतकालीन सत्र 23 दिसंबर को हो सकता है समाप्त, PM ने 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स किया घोषित

नई दिल्ली। संसद का विंटर सेशन समय से पहले खत्म हो सकता है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, यह सेशन 23 दिसंबर को समाप्त हो जाएगा। यह फैसला बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में लिया गया, जो लोकसभा और राज्यसभा के शेड्यूल को मैनेज करती है। शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर को शुरू हुआ था, जो 29 दिसंबर तक चलना था। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले मंगलवार को भाजपा की संसदीय दल की मीटिंग हुई। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे। मीटिंग में संसद में चल रही कार्यवाही पर चर्चा हुई। इससे पहले 14 दिसंबर को भाजपा की बैठक में PM मोदी के लिए लगातार 3 मिनट तक तालियां बजी थीं। ये स्वागत गुजरात में जीत के लिए किया गया था। साथ ही PM ने 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स घोषित किया है।
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मंगलवार को राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे के कुत्ते वाले बयान पर भारी हंगामा हुआ। सांसद पीयूष गोयल ने कहा कि रविवार को अलवर में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अभद्र भाषण दिया। उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, निराधार बातें कहीं और देश के सामने झूठ पेश करने की कोशिश की। खड़गे को भाजपा, संसद और इस देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। खड़गे ने अपनी मानसिकता की झलक दिखा दी है। उन्होंने ये भी कहा कि, आजादी के बाद महात्मा गांधी ने कहा था कि कांग्रेस को भंग कर देना चाहिए। खड़गे जी इसका जीता जागता उदाहरण हैं और देश को दिखा रहे हैं कि गांधी जी ने जो कहा वह सच था और वह एक ऐसे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं जो बोलना नहीं जानते। जब तक वह माफी नहीं मांगते, उन्हें यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है।
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दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने राजस्थान के अलवर में रविवार को कहा था, हमने देश को आजादी दिलाई और देश की एकता के लिए इंदिरा और राजीव गांधी ने अपनी जान की कुर्बानी दी। हमारे पार्टी के नेताओं ने अपनी जान दी, आपने क्या किया? आपके घर में कोई देश के लिए कुत्ता तक मरा है? क्या (किसी ने) कोई कुर्बानी दी है? नहीं। हंगामे के बाद खड़गे ने कहा, मैंने राजस्थान के अलवर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जो कहा वह सदन के बाहर था। मैंने जो कहा वह राजनीतिक रूप से सदन के बाहर था, भीतर नहीं। उस पर यहां चर्चा करने की जरूरत नहीं है। मैं अभी भी कह सकता हूं कि स्वतंत्रता संग्राम में उनकी कोई भूमिका नहीं थी।
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