नर्सेज अपनी मांगों को लेकर जनवरी से करेंगे आंदोलन

जयपुर। राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन की मीटिंग प्रदेश मुख्यालय पर आहूत की गई, जिसमें राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष खुशी राम मीना ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा नर्सेज के साथ लगातार भेदभाव किया जा रहा है। जिसके कारण संपूर्ण राजस्थान में नर्सेज में राज्य सरकार के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
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नर्सेज की मुख्य मांगे
- नर्सिंग ऑफिसर एवं महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता भर्ती में पद वृद्धि की जाए।
- नर्सेज का प्रथक से निदेशालय स्थापित किया जाए।
- नर्सेज की पदोन्नति समय अनुसार की जाए।
- नर्सिंग ट्यूटर का पदनाम व्याख्याता किया जाए।
- नर्सिंग ट्यूटर के क्षेत्राधिकार जिसमें राजस्थान नर्सिंग काउंसिल का रजिस्ट्रार नर्सिंग ट्यूटर जो लगभग दस वर्ष का अनुभव प्राप्त हो उसको बनाया जाए।
- दस-दस रुपए के लेटर पैड से चल रही यूनियन जो पूरी तरह से दलाली में लिप्त हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए राजस्थान में सिर्फ चुने हुए नर्सेज एसोसिएशन को राज्य सरकार से मान्यता दी जानी चाहिए।
- नर्सेज को दवा लिखने का अधिकार दिया जाए।
- प्लान एवं नॉन प्लान में कार्यरत कार्मिकों की समय पर सैलरी दी जाए।
- राज्य सरकार द्वारा घोषणा की गई कोरोना काल के दौरान प्रोत्साहन राशि तुरंत प्रभाव से आवंटित की जाए।
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उक्त मांगों पर संगठन द्वारा लगातार विभागीय कर्मचारी एवं मंत्रियों को अवगत कराया गया है, लेकिन उचित समाधान नहीं होने पर मायूस नर्सेज द्वारा राज्य सरकार का ध्यानाकर्षण कराने के लिए जनवरी से गांधीवादी आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।
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मुख्यालय पर मीटिंग के दौरान राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन जयपुर जिला अध्यक्ष महिपाल सामोता, संरक्षक हनुमान कुड़ी, प्रदेश महामंत्री घनश्याम मोहनपुरिया, प्रदेश प्रवक्ता संगीता चौधरी, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बहादुर फौजदार, बने सिंह बंसीवाल इत्यादि उपस्थित रहे।
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