Lunar Eclipse 2022: आज है साल का आखिरी चंद्र ग्रहण, जानिए भारत में कब, कहां और कितने बजे लगेगा?

नई दिल्ली। साल 2022 का आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवंबर यानी कल, मंगलवार कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगने वाला है। ये साल का दूसरा व पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। भारत में ये पूर्ण ग्रहण दिखाई देगा, इसी वजह से इस ग्रहण का सूतक काल भी पूर्ण रूप से मान्य होगा और मान्यता अनुसार सूतक काल के दौरान मंदिर बंद रहते हैं और पूजा पाठ भी वर्जित होते हैं।
विज्ञापन: जयपुर में निवेश का अच्छा मौका JDA अप्रूव्ड प्लॉट्स, मात्र 3.21 लाख में वाटिका, टोंक रोड, कॉल 8279269659
सूतक काल का समय-
कार्तिक पूर्णिमा यानी आज साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण लगेगा। ग्रहण के 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। इस दौरान किसी भी प्रकार का पूजन पाठ अथवा धार्मिक कार्य वर्जित होता है। चंद्रग्रहण के कारण कार्तिक पूर्णिमा पर मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे। सूतक काल मंगलवार सुबह 8 बजे से शुरू होगा।
यह खबर भी पढ़ें: विदाई के समय अपनी ही बेटी के स्तनों पर थूकता है पिता, फिर मुड़वा देता है सिर, जानें क्यों?
भारत में चंद्र ग्रहण का समय-
चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार 8 नवंबर यानी आज दोपहर 1 बजकर 32 मिनट पर शुरू होकर शाम 7 बजकर 27 मिनट पर समाप्त होगा। वहीं, भारत में चंद्र ग्रहण शाम के 5 बजकर 28 मिनट पर शुरू होकर 6 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगा। धार्मिक मान्यता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान राहु और केतु का प्रकोप पृथ्वी पर अधिक प्रभावी होता है। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए, ग्रहण के बाद दान-पुण्य, स्नान और अपने इष्ट देव के मंत्रों का जाप करना चाहिए।
भारत के अलावा कहां-कहां देखा जा सकेगा?
8 नवंबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत के अलावा, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, उत्तरी पूर्वी यूरोप, उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका के अधिकांश हिस्से में साल का आखिरी चंद्र ग्रहण का नजारा दिखाई देगा। वहीं दक्षिणी पश्चिमी यूरोप और अफ्रीका में ग्रहण दिखाई नहीं देगा ।
यह खबर भी पढ़ें: लंदन से करोड़ों की ‘बेंटले मल्सैन’ कार चुराकर पाकिस्तान ले गए चोर! जाने क्या है पूरा मामला?
कब लगता है चंद्र ग्रहण?
चंद्र ग्रहण तब होता है जब पूर्णिमा की रात्रि को सूर्य, चांद और पृथ्वी एक ही रेखा में होते हैं। पृथ्वी के केंद्र में होने के कारण इसकी छाया चंद्रमा पर पड़ती है, जो इसे एक आकर्षक लाल रंग देती है। साथ ही कभी चंद्रमा को ढक लेता है। साल की शुरुआत में 15 मई को चंद्र ग्रहण लग चुका है। अब 8 नवंबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण दूसरा और आखिरी होगा। संयोग से यह दिन देव दिवाली का भी है। इस दिन मंदिरों को सजाया जाता है।
चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें?
चंद्र ग्रहण के दौरान गायत्री मंत्र या इष्ट देवता का मंत्र का जाप करना शुभ होता है। वहीं ग्रहण के बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। इससे चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभावों का असर नहीं पड़ेगा।
यह खबर भी पढ़ें: शादी से ठीक पहले दूल्हे के साथ ही भाग गई दुल्हन, मां अब मांग रही अपनी बेटी से मुआवजा
ग्रहण के समय रखें इन बातों का ख्याल
ग्रहण के समय भोजन पहले से बना रखा है तो उसमें तुलसी का पत्ता तोड़कर डाल दें। दूध और इससे बनी चीजों, पानी में भी तुलसी का पत्ता डालें। तुलसी के पत्ते के कारण दूषित वातावरण का प्रभाव खाद्य वस्तुओं पर नहीं पड़ता है। सूतक काल में घर के मंदिर में भी पूजा पाठ न करें। इसके स्थान पर मन में जाप कर सकते हैं। आसमान में होने वाली इस खगोलीय घटना को कभी भी नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए।
Download app : अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप