Kota: होस्टल के रूम में पंखे के नीचे क्यों लगाई लोहे की जाली? लोगों ने बताया किस काम आएगी

Kota Hostel Viral Pic : कोटा में देश भर के छात्र कोचिंग के लिए आते हैं। यहां आत्महत्या के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। दरअसल, परीक्षा में सफलता नहीं मिलने के कारण यहां से छात्रों की आत्महत्या की खबरें अक्सर आती हैं। ज्यादातर आत्महत्याएं सीलिंग फैन में फांसी लगाकर होती हैं। इसी से बचने के लिए किसी होस्टल ने पंखे के नीचे एक जाली लगा दी।
कोटा। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। ट्विटर यूजर का दावा है कि तस्वीर कोटा के एक स्टूडेंट होस्टल की है। उन्होंने सवाल पूछा है कि आखिर पंखे के नीचे यह जाली क्यों लगाई गई है। इस पर तमाम यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि ऐसा छात्रों की आत्महत्या रोकने के लिए किया गया है। गौरतलब है कि देश में कोटा की पहचान प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग सेंटर के रूप में है। कोटा में देश भर के छात्र कोचिंग के लिए आते हैं। यहां आत्महत्या के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। दरअसल, परीक्षा में सफलता नहीं मिलने के कारण यहां से छात्रों की आत्महत्या की खबरें अक्सर आती हैं। ज्यादातर आत्महत्याएं सीलिंग फैन में फांसी लगाकर होती हैं। इसी से बचने के लिए किसी होस्टल ने पंखे के नीचे एक जाली लगा दी।
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मामला क्या है?
At a student hostel in Kota. Guess the reason? pic.twitter.com/WTSJloowKD
— Gabbbar (@GabbbarSingh) October 3, 2022
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यह तस्वीर ट्विटर हैंडल @GabbbarSingh से 3 अक्टूबर को साझा की गई। उन्होंने कैप्शन में पूछा- कोटा के एक स्टूडेंट हॉस्टल में। बातइए ऐसा क्यों है? खबर लिखे जाने तक इस ट्वीट को 8 हजार से अधिक लाइक्स और छह सौ से ज्यादा रीट्वीट्स मिल चुके हैं। साथ ही, सैकड़ों यूजर्स ने शख्स के सवाल का जवाब दिया है। जहां अधिकतर यूजर ने कहा कि स्टूडेंट को आत्महत्य से रोकने के लिए ऐसा किया गया है, वहीं कुछ यूजर्स अलग ही ज्ञान देने लगे।
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आत्महत्या के मामलो में हो रही है वृद्धि
NCRB के आंकड़ों के मुताबिक, 2020 में 12,526 छात्रों की आत्महत्या से मौत हुई, जबकि 2021 में यह संख्या बढ़कर 13,089 हो गई। रिपोर्ट में विशिष्ट कारणों का उल्लेख नहीं किया गया है। हालांकि, इसमें यह कहा गया है कि 18 साल से कम उम्र के 10,732 युवाओं में से 864 ने ‘परीक्षा में असफल’ होने के कारण खुद की जान ले ली। 18 साल से कम उम्र के लोगों में आत्महत्या का सबसे बड़ा कारण 'पारिवारिक समस्याएं' थीं।
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