कवि एवं अधिवक्ता मरुधर मृदुल की स्मृति में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन

जयपुर। राजस्थान साहित्य अकादमी एवं राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में स्व. मरूधर मृदुल की स्मृति में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन हुुआ।
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कार्यक्रम के आरंभ में मुख्यमंत्री द्वारा प्रेषित शुभकामना संदेश को भी पढकर सुनाया गया।
कार्यक्रम में आज (7 नवम्बर 2022) को राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी जयपुर के सभागार में राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि डाॅ बी.डी.कल्ला, मंत्री स्कूल, शिक्षा कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग रहे, कार्यक्रम की अध्यक्षता जी.के व्यास, माननीय न्यायाधिपति एवं अध्यक्ष, राज्य मानवाधिकार आयोग ने की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महोदय ने वर्तमान में वैधानिक संस्थाओं के अधिकारों के हो रहे हनन एवं दुरूपयोग पर चिंता व्यक्त की तथा कहा कि इससे लोकंतत्र की हानि हुई है, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे न्यायाधिपति मानवाधिकार आयोग अध्यक्ष ने अपने व्याख्यान में कहा कि अधिवक्ता एवं न्यायाधिपति न्याय के प्रति प्रतिबद्ध होकर सामंजस्य पूर्ण कार्य करें।
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कार्यक्रम में सानिध्य प्रदान कर रहे डाॅ आर.डी.सैनी, पूर्व अध्यक्ष राज्य लोक सेवा आयोग, अजमेर ने अपने उद्बोधन में सभी साहित्यिक अकादमी को एकजुट होकर कार्य करने की आशा व्यक्त की, डाॅ राजाराम भादू, वरिष्ठ आलोचक ने बीज वक्तव्य में स्व.“मरूधर मृदुल“ की स्मृति एवं रचनाओं के अनछुएं बिन्दुओं का साझा किया, प्रोफेसर सुधि राजीव, कुलपति पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय ने कवि मृदुल के संस्मरण सुनायें। अतिथियों का स्वागत साहित्य अकादमी के अध्यक्ष, प्रोफेसर दुलाराम सहारण ने अकादमी के कार्यक्रमों की भूमिका एवं दायित्वों का उल्लेख करते हुए किया।
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उद्घाटन सत्र में सभी आगन्तुक अतिथि एवं सहभागियों का आभार डाॅ बी.एल.सैनी निदेशक, राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी ने किया। कार्यक्रम का संयोजन उम्मेद गोठवाल एवं डाॅ रेखा खराडी ने किया।
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