टंकी सफाई के दौरान मौत होने पर बंटी खोखर के नाबालिग बच्चों के नाम 5-5 लाख की एफडीआर

 
nagar nigam

सांगानेर क्षेत्र में मुहाना मण्डी के आस-पास निजी क्षेत्र में सेफ्टी टैंक और अन्य सफाई कार्य करते हुए बंटी हरिजन की मौत हो गई.

जयपुर। सांगानेर क्षेत्र में मुहाना मण्डी के आस-पास निजी क्षेत्र में सेफ्टी टैंक एवं अन्य सफाई कार्य करते हुए मरने वाले बंटी हरिजन का नगर निगम से कोई सीधा संबंध नहीं होने के बावजूद ग्रेटर नगर निगम आयुक्त महेन्द्र सोनी ने संवेदनशीलता दिखाते हुए सोमवार को उसके परिजनों को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी है। आयुक्त सोनी ने मृतक के दो बच्चों के नाम 5-5 लाख रुपए की एफडीआर करवाई।

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आयुक्त महेन्द्र सोनी ने बताया कि बंटी हरिजन व्यक्ति की 4 अक्टूबर 2019 को सांगानेर क्षेत्र मुहाना मण्डी के आस-पास क्षेत्र किसी प्राइवेट व्यक्ति का सेफ्टी टैंक या कोई सफाई करते हुये मौत हुई थी। उन्होंने बताया कि दोनों पक्ष प्राइवेट है निगम से कोई सीधा सम्बन्ध नहीं है। उन्होंने बताया कि एक अखबार की न्यूज पर यह प्रकरण हमारे पास सामाजिक न्याय से डीएलबी हमारे पास न्यूज कटिंग आई थी। उसी पर प्रोसेस चल रही थी। हमने इनकी जानकारी करवाई तो पता चला बंटी हरिजन की मृत्यु के पष्चात् उसकी पत्नी पंजाब कही चली गयी वहां उसने दूसरी शादी कर ली उसके बावजूद उसकी पत्नी की भी मृत्यु हो गई है। 

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आयुक्त ने बताया कि बच्चों के वारिसान यह बच्चे नाबालिग है। उन्होंने बताया कि प्रिया और साहिल और कोई भी वारिस नहीं है। उनके रिश्ते में बुआ और फूफा ये मिले काफी खोज बीन करने पर यह अनपढ़ है यह कुछ प्रक्रिया जानते नहीं तो वारीस या गार्जियंस नहीं होने से हमने कलेक्टर को पत्र लिखा। कलेक्टर ने एसडीएम सांगानेर को वाई पोस्ट गार्जियंस बनाया तो हमने यह 5-5 लाख की एफडीआर जो 10 लाख की सहायता का प्रावधान है। उसके तहत दोनों बच्चों के नाम बना दी है। यह बालिग होगे तो मय ब्याज इनको मिल जायेगा। उन्होंने बताया कि आईसीआई निगम ब्रांच में एफडीआर बनाई गई है। उन्होंने बताया कि एसडीएम को मूल एफडीआर सौंप दी है। 

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उन्होंने बताया कि आगे जो भी मदद होगी गार्जियंस कोर्ट से प्रमाण पत्र इनके जरिये ये ला नहीं पा रहे है यह पढ़े-लिखे नहीं है। हमने वकील करवाने की मदद की लेकिन ज्यादा अनपढ़ होने से रूचि नहीं ले पाये और हमारी मदद से अगर यह गार्जियंस पत्र ले आते है अन्यथा बच्चे बालिक होने पर ले पाएंगे।

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