क्या पता न हुई हो सर्जिकल स्ट्राइक, प्रूफ तो दिया नहीं... दिग्विजय सिंह के जम्मू में भारत जोड़ो यात्रा के बीच बोल

 
digvijaya singh

दिग्विजय सिंह ने केंद्र ने आज तक संसद के समक्ष सर्जिकल स्ट्राइक या पुलवामा आतंकी हमले पर कोई रिपोर्ट नहीं रखी है। उन्होंने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर झूठ फैलाने का भी आरोप लगाया।

जम्मू। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला। सोमवार को जम्मू में भारत जोड़ो यात्रा के बीच एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र ने आज तक संसद के समक्ष सर्जिकल स्ट्राइक या पुलवामा आतंकी हमले पर कोई रिपोर्ट नहीं रखी है। उन्होंने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर झूठ फैलाने का भी आरोप लगाया। बता दें कि 2019 में पाकिस्तानी आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए पुलवामा आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, उरी पर आतंकी हमले के 10 दिन बाद भारतीय जवानों ने पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी।

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मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी सोमवार को राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा के जम्मू पड़ाव के दौरान आई है। एएनआई के मुताबिक, दिग्विजय सिंह ने कहा, "हमारे सीआरपीएफ के 40 जवान पुलवामा में शहीद हुए थे। सीआरपीएफ के अधिकारियों ने पीएम मोदी से अनुरोध किया था कि कर्मियों को एयरलिफ्ट किया जाना चाहिए, लेकिन पीएम मोदी सहमत नहीं हुए। ऐसी चूक कैसे हुई? आज तक संसद के समक्ष पुलवामा पर कोई रिपोर्ट नहीं रखी गई।" 

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सर्जिकल स्ट्राइक पर कोई सबूत नहीं दिखाया
उन्होंने आगे कहा, "उन्होंने दावा किया कि सर्जिकल स्ट्राइक किया गया, लेकिन सबूत नहीं दिखाया। वे केवल झूठ फैलाते हैं।" उरी आतंकी हमले के लगभग 10 दिन बाद 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक किए गए थे, जहां जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना के 12 ब्रिगेड मुख्यालय पर चार आतंकवादियों ने ग्रेनेड से हमला किया था, जिसमें 18 सैनिक शहीद हुए थे।


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यह बयान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के आतंकवाद पर बयान के बाद सामने आया है। तब उन्होंने कहा था कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बावजूद घाटी में आतंकवाद अभी भी जीवित है। सिंह ने रविवार को कहा था, “सबसे पहले, हम राजौरी के धनगरी और जम्मू के नरवाल में हुए आतंकी हमलों की निंदा करते हैं। जम्मू-कश्मीर की स्थिति वह नहीं है जो धारा 370 के निरस्त होने के बाद प्रचारित की जा रही है। टारगेट किलिंग और बम विस्फोट एक बार फिर से शुरू हो गए हैं।”

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