गाजियाबाद में AQI 400 के पार, नोएडा में हवा हुई बहुत खराब, जानें आपके शहर में क्‍या है हाल; चेक करें एक्‍यूआई

 
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दीपावली के बाद लगातार चौथे दिन एक्यूआई कई शहरों में लाल श्रेणी में है। आतिशबाजी से हुआ वायु प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है।  वायु प्रदूषण के साथ अब वातावरण में धुंध भी छाने लगी है।

 

लखनऊ। दीपावली के बाद लगातार चौथे दिन एक्यूआई कई शहरों में लाल श्रेणी में है। आतिशबाजी से हुआ वायु प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है।  वायु प्रदूषण के साथ अब वातावरण में धुंध भी छाने लगी है। शुक्रवार सुबह शहर व आउटर में कोहरे की चादर की तरह धुंध छाई रही तो वहीं शाम को भी कुछ शहरों में ऐसा ही नजारा दिखाई दिया। लखनऊ में पीएम 2.5 की मात्रा 224 माइक्रो ग्राम घनमीटर रिकार्ड की गई है। छोटी दीपावली, बड़ी दीपावली, गोवर्धन व भाईदूज पर लोगों ने जमकर आतिशबाजी की जिससे शहर की आबोहवा दूषित हो गई। प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंचने के बाद शहरों की आबोहवा बहुत खराब हो गई है। सुबह और शाम प्रदूषण की चादर और ज्यादा मोटी नजर आती है। मानो ऐसा लगता है जैसे कोहरे में शहर समाया हुआ है, लेकिन यह कोहरा नहीं, प्रदूषण की परत है। 

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दिल्ली से सटे पश्चिम यूपी के शहर गाजियाबाद की हवा खतरनाक और वहीं नोएडा और ग्रेटर नोएडा की हवा भी बहुत खराब श्रेणी में है। गाजियाबाद में एक्यूआई अब भी 400 के पार है। गाजियाबाद लखनऊ की तरह ही यूपी के अन्‍य प्रमुख शहरों आगरा, कानपुर, मेरठ, गोरखपुर, प्रयागराज, बरेली, वाराणसी, नोएडा और गाजियाबाद में भी वायु प्रदूषण खराब स्थिति में पाया गया है। नोएडा में एक्यूआई 300 पार है। 

इनके अलावा आगरा में सेक्‍टर 3 बी आवास विकास कॉलोनी और संजय पैलेस में एक्‍यूआई 226, बरेली के सिविल लाइंस क्षेत्र में 120, गाजियाबाद के वसुंधरा क्षेत्र में 418, गोरखपुर के एमएमएमयूटी क्षेत्र में 140, कानपुर के किदवई नगर क्षेत्र में 239, लखनऊ के तालकटोरा जिला उद्योग केंद्र क्षेत्र में 260, मेरठ के जयभीम नगर क्षेत्र में 254, मुरादाबाद के इको हर्बल पार्क क्षेत्र में 231, नोएडा के सेक्‍टर 116 क्षेत्र में 360, प्रयागराज झूंसी क्षेत्र में 191 और वाराणसी के अर्दल बाजार क्षेत्र में 161 पाया गया। 

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शहर स्थान AQI हवा कैसी है
आगरा मनोहरपुर 187 अच्‍छी नहीं है
रोहता 130 अच्‍छी नहीं है
संजय पैलेस 226 खराब है
आवास विकास कॉलोनी 226 खराब है
शाहजहां गार्डेन 159 अच्‍छी नहीं है
शास्त्रीपुरम 176 अच्छी नहींं है
बागपत कलेक्टर ऑफिस डाटा नहीं है
सरदार पटेल इंटर कॉलेज 307 खराब है
बरेली सिविल लाइंस 120 अच्‍छी नहीं है
राजेंद्र नगर 119 अच्‍छी नहीं है
बुलंदशहर यमुनापुरम 322 खराब है
फिरोजाबाद नगला भाऊ 101 ठीक है
विभब नगर 118 अच्‍छी नहीं है
गाजियाबाद इंदिरापुरम 412 बहुत खराब है
लोनी 402 खतरनाक है
संजय नगर 320 बहुत खराब है
वसुंधरा 418 बहुत खराब है 
गोरखपुर मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय 140 अच्छी नहीं है
ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क 3 355 बहुत खराब है
नॉलेज पार्क 5 386 बहुत खराब है
हापुड़ आनंद विहार 285 खराब है
झांसी शिवाजी नगर 157 अच्‍छी नहीं है
कानपुर किदवई नगर 239 खराब है
आईआईटी 81
कल्याणपुर 154 अच्‍छी नहीं है
नेहरू नगर 227 खराब है  
खुर्जा कालिंदी कुंज 241 बहुत खराब है
लखनऊ आंबेडकर यूनिवर्सिटी 105 अच्‍छी नहीं है
सेंट्रल स्कूल 257 खराब है 
गोमती नगर 167 अच्‍छी नहीं है
कुकरैल 95 ठीक है
लालबाग 274 खराब है 
तालकटोरा 260 खराब है
मेरठ गंगा नगर 248 खराब है  
जय भीम नगर 254 खराब है 
पल्लवपुरम 243 खराब है 
मुरादाबाद बुद्धि विहार 107 अच्‍छी नहीं है
इको हर्बल पार्क 231 खराब है
रोजगार कार्यालय 111 अच्‍छी नहीं है
जिगर कॉलोनी 126 अच्‍छी नहीं है
कांशीराम नगर 123 अच्‍छी नहीं है
लाजपत नगर डाटा नहीं है
ट्रांसपोर्ट नगर 119 अच्‍छी नहीं है 
मुजफ्फरनगर नई मंडी 251 खराब है
नोएडा सेक्टर 125 372 बहुत खराब है
सेक्टर 62 392 बहुत खराब है
सेक्टर 1 377 बहुत खराब है
सेक्टर 116 360 बहुत खराब है
प्रयागराज झूंसी 191 अच्छी नहीं है
मोतीलाल नेहरू एनआईटी 146 अच्छी नहीं है
नगर निगम 172 अच्छी नहीं है
वाराणसी अर्दली बाजार 161 अच्छी नहीं है
भेलपुर 135 अच्छी नहीं है
बीएचयू 127 अच्छी नहीं है
मलदहिया 150 अच्छी नहीं है
वृंदावन ओमेक्स इटर्निटी 139 अच्छी नहीं है
नोट- AQI के किस रेंज का आपके लिए क्या मतलब है नीचे का टेबल चेक कर लें

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AQI का रेंज हवा का हाल स्वास्थ्य पर संभावित असर 
0-50 अच्छी है बहुत कम असर
51-100 ठीक है संवेदनशील लोगों को सांस की हल्की दिक्कत
101-200 अच्छी नहीं है फेफड़ा, दिल और अस्थमा मरीजों को सांस में दिक्कत
201-300 खराब है लंबे समय तक ऐसे वातावरण में रहने पर किसी को भी सांस में दिक्कत
301-400 बहुत खराब है लंबे समय तक ऐसे वातावरण में रहने पर सांस की बीमारी का खतरा
401-500 खतरनाक है स्वस्थ आदमी पर भी असर, पहले से बीमार हैं तो ज्यादा खतरा  

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