AIUDF प्रमुख अजमल का 'हिंदू लड़कियों की शादी की उम्र' पर विवादित बयान, BJP नेता ने पूछा...

नई दिल्ली। ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के प्रमुख और सांसद बदरुद्दीन अजमल ने हिंदुओं को लेकर किए अपने बयान के लिए माफी मांग ली है। उन्होंने कहा, अगर मेरे शब्दों से किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो मैं अपने शब्द वापस लेता हूं। मेरा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। मैं केवल इतना चाहता हूं कि सरकार अल्पसंख्यकों के साथ न्याय करे और उन्हें शिक्षा और रोजगार दे।
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न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार, बदरुद्दीन अजमल ने शुक्रवार को कहा था कि मुस्लिम पुरुष 20-22 साल की उम्र में शादी करते हैं, और मुस्लिम महिलाएं 18 साल की उम्र में शादी करती हैं। दूसरी ओर, हिन्दू शादी से पहले एक, दो या तीन अवैध पत्नियां रखते हैं। वे बच्चों को जन्म नहीं देते हैं, इंजॉय करते हैं और पैसा बचाते हैं।
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केंद्रीय मंत्री और BJP नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि बदरुद्दीन और ओवैसी जैसे लोग हमें नसीहत ना दें। सनातन धर्म में सदैव प्रेम की पूजा होती रही है। इसी का प्रतीक है कि हमारे पूर्वज राजा सागर के साठ हजार पुत्र थे, तो वहीं कृष्ण की 16,000 प्रेमिका और पत्नियां थीं। आज भारत में वही मुसलमान हैं, जिसे मुगल काल में मुगल काल में मुगलों ने सम्मान नहीं दिया था। असम से BJP विधायक दिगंत कलिता ने अजमल पर निशाना साधते हुए कहा, आप मुस्लिम हैं और हम लोग हिंदु हैं। क्या हमें आपसे सीखना पड़ेगा? ये भगवान राम और देवी सीता का देश है। यहां बांग्लादेशी लोगों का कोई स्थान नहीं है।
अगर आपको ऐसा बयान देना है तो बांग्लादेश में जाकर दें। BJP प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा कि वह सुर्खियों में रहने के लिए ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं। वहीं, UP के डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने कहा कि इस तरह की बयानबाजी को बिलकुल स्वीकार नहीं किया जाएगा। BJP नेता स्मृति ईरानी सहित कई बड़े नेताओं ने अजमल के बयान के बाद उन पर तीखा हमला किया। ईरानी ने कहा कि लड़की किसी भी धर्म की हो। इस प्रकार की टिप्पणी सही नहीं है। अजमल अगर अपने धर्म की बेटी का इस प्रकार से अपमान कर रहे हैं, तो यह सोचने का विषय है।
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दरअसल, अजमल ने कहा कि हिंदुओं को भी मुसलमानों के फॉर्मूले पर चलना चाहिए और अपने बेटों की शादी 20-22 साल की उम्र में और लड़कियों की 18-20 साल की उम्र में शादी कर देनी चाहिए। फिर देखिए कितने बच्चे पैदा होते हैं। अजमल ने श्रद्धा की हत्या के संदर्भ में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के लव जिहाद के दावों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा था कि हिंदू लड़के 40 साल की उम्र के बाद, माता-पिता के दबाव में शादी कर लेते हैं। तो, कोई कैसे उम्मीद कर सकता है कि वे 40 के बाद बच्चे पैदा करेंगे? यदि उपजाऊ भूमि में बीज बोओगे, तभी तुम्हारी फसल अच्छी होगी।
हिंदुओं को मुस्लिम फॉर्मूला अपनाना चाहिए और लड़कों की शादी 20-22 साल की उम्र में और लड़कियों की शादी 18-20 साल की उम्र में कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री आज देश के शीर्ष नेताओं में से एक हैं। तो उन्हें कौन रोक रहा है? आप भी 'लव जिहाद' करो और हमारी मुस्लिम लड़कियों को ले जाओ। हम इसका स्वागत करेंगे और लड़ाई भी नहीं करेंगे। दिल्ली नगर निगम चुनाव से पहले दिल्ली में एक रोड शो में, CM सरमा ने कहा था- भारत को आफताब जैसे व्यक्ति की नहीं, बल्कि भगवान राम जैसे व्यक्ति की जरूरत है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे नेता की जरूरत है।
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