गुजरात में बारिश से मचे हाहाकार से 9 की मौत, रेलवे स्टेशन जलमग्न, कई शहरों में बाढ़ जैसे हालत

Gujarat Rains: गुजरात में हो रही मूसलाधार बारिश आफत बनी हुई है और वर्षा जनित घटनाओं में पिछले दो दिन में राज्य में नौ लोगों की मौत हुई है।
अहमदाबाद। मॉनसून के लिए तरस रहे गुजरात में अब आसमान से कहर बरपा रहा है। राज्य के कई हिस्सों में पिछले कई दिनों से हो रही भारी मानसूनी वर्षा का सिलसिला जारी है। राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान जूनागढ़ के विसावदर तालुका में सर्वाधिक 398 मिमी, कच्छ के अंजार में 233 मिलीमीटर और जामनगर तालुका में 210 मिमी बारिश होने से जनजीवन अस्तव्यस्त रहा। इतना ही नहीं राज्य में कई नदियों के ओवरफ्लो होने की वजह से बुरे हालात हैं। अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों को कच्छ, जामनगर, जूनागढ़ और नवसारी में तैनात किया गया है। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, पिछले दो दिनों में बारिश से संबंधित घटनाओं में नौ लोगों की जान चली गई है।
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एसईओसी द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, गुजरात के 37 तालुकाओं में शुक्रवार दोपहर 12 बजे ख़त्म हुए 30 घंटों में 100 मिमी से अधिक बारिश हुई। एसईओसी के अनुसार, जूनागढ़ जिले के विसावदर तालुका में शनिवार सुबह 6 बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में 398 मिमी की अत्यधिक भारी बारिश हुई। एसईओसी ने कहा कि जामनगर जिले का जामनगर तालुका (269 मिमी), वलसाड में कपराडा (247 मिमी), कच्छ में अंजार (239 मिमी) और नवसारी में खेरगाम (222 मिमी) सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से कुछ थे।
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अधिकारियों के अनुसार, सौराष्ट्र-कच्छ और दक्षिण गुजरात क्षेत्रों के कई जिलों में भारी बारिश हुई। इससे निचले इलाकों में जलभराव हो गया और गांव जलमग्न हो गए। अहमदाबाद शहर के भी कई इलाकों में पानी भर गया, जिससे भारी ट्रैफिक जाम हो गया और यात्रियों को असुविधा हुई। अधिकारियों ने कहा कि जिले में भारी बारिश के कारण कच्छ में गांधीधाम रेलवे स्टेशन पूरी तरह जलमग्न हो गया है। जबकि जूनागढ़, जामनगर, कच्छ, वलसाड, नवसारी, मेहसाणा और सूरत में कई गांवों और कस्बों में बाढ़ आ गई है।
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मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने शुक्रवार रात गांधीनगर में एसईओसी में अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक की और उन्हें निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालने सहित बचाव और राहत कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया। एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि पटेल ने जूनागढ़ और कच्छ जिलों के कलेक्टरों से बात की। इस दौरान उन्होंने उन्हें बारिश की स्थिति के बारे में जानकारी दी और विसावदर तालुका के गांवों में जलभराव और लोगों को निकालने के साथ-साथ अन्य राहत उपाय भी शामिल हैं।
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भारत मौसम विज्ञान विभाग ने भविष्यवाणी की है कि शनिवार को राज्य में बारिश की तीव्रता कम हो जाएगी और रविवार तक स्थिति सामान्य होने लगेगी। हालांकि, विभाग ने रविवार सुबह तक उत्तर और दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी है। आईएमडी ने यह भी कहा कि बुधवार सुबह तक राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होगी।
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