भूल से महिला के खाते में पहुंचे 70 लाख डॉलर और फिर...

 
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नई दिल्ली। थेवामानोगरी मनीवेल के बैंक खाते में जब ग़लती से 70 लाख डॉलर पहुंच गए तो उन्हें लगा कि वो दुनिया की सबसे ख़ुशनसीब महिला हैं, लेकिन अब वो और उनके कुछ क़रीबी दोस्त मुश्किल में हैं।

ऑस्ट्रेलिया की अदालत ने उनके मामले में ये फ़ैसला दिया है कि उन्हें पैसा लौटाना होगा। इसके अलावा उन्हें इस पर ब्याज़ और क़ानूनी कार्रवाई की फ़ीस भी देनी होगी। ये सब मई, 2021 में शुरू हुआ जब क्रिप्टो डॉटकॉम ने मनीवेल के खाते में सौ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर के एक लंबित भुगतान के लिए ट्रांजेक्शन किया।

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लेकिन दक्षिणपूर्वी ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में रहने वाली मनीवेल के खाते में 100 डॉलर के बजाए 104,74,143 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (लगभग 70 लाख अमेरिकी डॉलर) आ गए। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के मुताबिक़, ये ग़लती ट्रांजैक्शन को कर रहे व्यक्ति की मानवीय भूल थी। उन्होंने जहां रकम डालनी थी, वहां मनीवेल का खाता नंबर डाल दिया।

भूल का एहसास
मनीवेल एक पल में ही करोड़पति बन गई थीं और उनके पास इस पैसे का प्रबंधन करने के लिए समय की भी कमी नहीं थी। अगले कुछ महीनों में इस महिला ने खाते में आई रक़म का बड़ा हिस्सा अपने दोस्त के साथ साझा खाते में ट्रांसफर कर दिया। उस दोस्त ने क़रीब तीन लाख डॉलर अपनी बेटी के खाते में डाल दिए और मेलबर्न के उत्तर में एक घर भी ख़रीद लिया। ये घर उन्होंने मलेशिया में रह रही अपनी बहन थिलगावथी गंगादरी के नाम पर ख़रीदा। चार कमरों, चार बाथरूम, सिनेमा रूम, जिम और डबल गराज वाला ये मकान 500 वर्गमीटर में बना था और इसके लिए 13.5 लाख डॉलर चुकाए गए।

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वहीं क्रिप्टो करेंसी कंपनी को अपनी भूल का एहसास होने में कई महीनों का समय लगा। ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया प्रांत के सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जेम्स एलियट ने बीते शुक्रवार को इस मामले में फ़ैसला सुनाते हुए कहा, "ऐसा लगता है कि याचिकाकर्ता को इस बड़ी भूल का पता सात महीने बाद चला।"

अदालत का फ़ैसला
अदालत ने याचिकाकर्ता के पक्ष में फ़ैसला देते हुए ना सिर्फ़ पूरी रकम बल्कि उस पर ब्याज़ और क़ानूनी ख़र्च को लौटाने का भी आदेश दिया है। अदालत ने आदेश दिया कि मनीवेल की बहन को घर बेचना ही होगा क्योंकि ये साबित हो गया है कि ये भूल से आए पैसे से ख़रीदा गया था। क्रिप्टो करेंसी कंपनी ने इस साल फ़रवरी में क़ानूनी कार्रवाई शुरू की थी और मनीवेल से जुड़े खातों को फ्रीज़ कराने में कामयाबी हासिल की थी।
हालांकि जब तक क्रिप्टो ने खाते फ्रीज़ कराए, तब तक मनीवेल अधिकतर पैसा दूसरे खातों में ट्रांसफर कर चुकी थीं।

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मनीवेल की संपत्तियां फ्रीज़ होने के दो सप्ताह बाद ही उनकी बहन कोठी की मालकिन बनी थीं। क्रिप्टो करेंसी कंपनी ने मांग की थी कि मनीवेल की बहन का खाता भी फ्रीज़ किया जाए। अब अदालत ने उन्हें कोठी बेचने का आदेश दिया है।

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