BSNL की नैया पार लगाएगी टाटा ग्रुप की ये कंपनी, मिला बड़ा कॉन्ट्रैक्ट, अब निजी कंपनियों से होगा मुकाबला

 
bsnl

BSNL-TCS Deal : अभी तक सुस्त रफ्तार में चल रहे बीएसएनएल के नेटवर्क भी जल्द टॉप स्पीड पकड़ लेंगे। कंपनी ने जल्द 4जी नेटवर्क शुरू करने का ऐलान किया है। इस काम के लिए टीसीएस को 15 हजार करोड़ रुपये का ठेका दिया गया है। देशभर में कंपनी 1 लाख से ज्यादा टॉवर लगाएगी।

 

नई दिल्ली। सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल (BSNL) के ग्राहक भी जल्द 4जी कनेक्शन का फायदा उठा सकेंगे। कंपनी ने अपने 4जी नेटवर्क का विस्तार करने के लिए टाटा ग्रुप की एक कंपनी को हजारों करोड़ रुपये का ठेका दिया है। बीएसएनएल की मंशा देशभर में अपना 4जी नेटवर्क पहुंचाने की है और कंपनी जल्द ही इस पर काम भी शुरू कर देगी।

विज्ञापन: "जयपुर में निवेश का अच्छा मौका" JDA अप्रूव्ड प्लॉट्स, मात्र 4 लाख में वाटिका, टोंक रोड, कॉल 8279269659

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की अगुवाई वाले कंसोर्टियम ने 22 मई को ऐलान किया है कि उसे BSNL की ओर से 15 हजार करोड़ रुपये का एडवांस पर्चेज ऑर्डर (APO) मिला है। इस कंसोर्टियम में टेलीकॉम गीयर निर्माता कंपनी तेज नेटवर्क भी शामिल है। जल्द ही देशभर में 4जी नेटवर्क स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर देगी। तेजस नेटवर्क बीएसएनएल को रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) की सेवा मुहैया कराएगी। इस डील के जरिये देशभर में 1 लाख टॉवर लगाए जाएंगे।

BSNL ने टीसीएस के साथ सरकारी कंपनी आईटीआई लिमिटेड (ITI Ltd) को भी APO का हिस्सा बनाया है। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि इस डील का 20 फीसदी हिस्सा यानी करीब 3 हजार करोड़ रुपये ITI Ltd को मिलेंगे। यह डील जहां टीसीएस के लिए बड़ा पैसा बनाने वाली साबित होगी, वहीं अन्य भागीदारों के लिए भी यह मुनाफे का सौदा साबित होगा। EIIRTrend के सीईओ और फाउंडर पारीख जैन ने बताया कि तेजस नेटवर्क इस पूरे डेवलपमेंट के लिए उपकरण और हार्डवेयर का मैन्युफैक्चरिंग करेगी। इस लिहाज से अन्य खिलाडि़यों को ज्यादा मुनाफा होता नहीं दिख रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस डील में कंसोर्टियम के बाहर किसी को भी कोई काम नहीं दिया जाएगा।

यह खबर भी पढ़ें: महिला टीचर को छात्रा से हुआ प्यार, जेंडर चेंज करवाकर रचाई शादी

नहीं दिख रहा ज्यादा मुनाफा
टीसीएस की अगुवाई कंसोर्टियम में शामिल तेज नेटवर्क और सी-डॉट को अपनी डील जल्द पूरी करने का मौका मिलेगा। ऐसे में यह सौदा टीसीएस के लिए बहुत ज्यादा फायदा नहीं मिलता दिख रहा है। यह डील पूरी होती है तो साल 2023 में आईटी सेक्टर की तीसरी सबसे बड़ी डील साबित होगी। इससे पहले 72.3 करोड़ डॉलर की डील यूके की कंपनी फीनिक्स ग्रुप और ब्रिटिश रीटेलर कंपनी मार्क एंड स्पेंसर (M&S) के बीच हुई थी।

यह खबर भी पढ़ें: 'मेरे बॉयफ्रेंड ने बच्चे को जन्म दिया, उसे नहीं पता था वह प्रेग्नेंट है'

1.64 लाख करोड़ से कंपनी का कायाकल्प
सरकार बीएसएनएल को दोबारा पटरी पर लाने और दूरसंचार क्षेत्र की बड़ी कंपनी बनाने के लिए किस कदर जुटी हुई है, इसका पता कंपनी को दिए रिवाइवल प्लान से पता होता है। जुलाई, 2022 में ही केंद्रीय कैबिनेट ने बीएसएनएल के रिवाइवल पैकेज के रूप में 1.64 लाख करोड़ रुपये देने का ऐलान किया था। इसमें 43,964 करोड़ रुपये का सीधा कैश सपोर्ट था, जबकि 1.20 लाख करोड़ का तकनीकी व अन्य सपोर्ट शामिल था। इस पैकेज में तीन प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं। पहला तो बीएसएनएल की सर्विस की क्वालिटी सुधारना, दूसरा बैलेंस शीट को मेंटेन करना और तीसरा फाइबर नेटवर्क के जरिये ब्रॉडबैंड को मजबूत बनाना।

Download app : अपने शहर की तरो ताज़ा खबरें पढ़ने के लिए डाउनलोड करें संजीवनी टुडे ऐप

From around the web